उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार 29 मई से देशभर में किसान जागरूकता अभियान शुरू करेगी: शिवराज चौहान

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 08-05-2025
To increase production, the government will start a farmer awareness campaign across the country from May 29: Shivraj Chauhan
To increase production, the government will start a farmer awareness campaign across the country from May 29: Shivraj Chauhan

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकी तथा बीज की नयी किस्मों के बारे में 1-1.5 करोड़ किसानों को जागरूक करने के लिए सरकार 29 मई से समूचे भारत में 15-दिन का अभियान चलाएगी. ‘'विकसित कृषि संकल्प अभियान’ 29 मई से 12 जून तक चलाया जाएगा. इसका लक्ष्य देश के 700 जिलों में 1-1.5 करोड़ किसानों तक पहुंचना है.
 
केंद्र सरकार.. राज्यों के साथ मिलकर कृषि वैज्ञानिकों, अधिकारियों तथा प्रगतिशील किसानों के 2,000 दल बनाएगी. प्रत्येक दल जिला स्तर पर प्रतिदिन तीन-तीन बैठक करेगा. इसका उद्देश्य हर दिन 10-12 लाख किसानों तक पहुंचना है. खरीफ अभियान के लिए कृषि पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में चौहान ने सभी प्रमुख फसलों की उत्पादकता एवं उनका उत्पादन बढ़ाने के लिए कृषि विस्तार सेवाओं में सुधार पर जोर दिया.
 
उन्होंने नई प्रौद्योगिकी और प्रयोगशालाओं में किए गए शोध कार्यों को निश्चित समय-सीमा में किसानों के खेतों तक पहुंचाने की भी वकालत की. चौहान ने कहा कि केंद्र तथा राज्य सरकारें किसानों से सीधे संवाद करने और उन्हें शिक्षित करने के लिए 29 मई से बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान शुरू करेंगी. मंत्री ने कहा, ‘‘ 29 मई से 12 जून के बीच कृषि वैज्ञानिक और अधिकारी किसानों के बीच रहेंगे.’’
 
चौहान ने कहा कि ये दल जलवायु अनुकूल बीज किस्मों, उर्वरकों की उपलब्धता, मानसून पूर्वानुमान और मौजूदा सरकारी कार्यक्रमों के लाभों के बारे में जानकारी देंगे.
उन्होंने राज्य के कृषि मंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में इस अभियान का नेतृत्व करने का आग्रह किया. चौहान ने कहा कि वे इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य के मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखेंगे.
 
मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों से साकार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में फसल उत्पादकता वैश्विक औसत से कम है और आधुनिक प्रौद्योगिकी तथा सर्वोत्तम कृषि पद्धतियों को अपनाकर उपज बढ़ाने की जरूरत है. मंत्री ने कहा कि राज्यों के बीच फसल की पैदावार में भी बहुत अंतर है और पहला लक्ष्य इस अंतर को पाटना होना चाहिए. फिर वैश्विक मानदंडों को पूरा करने के लिए लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए.
 
उन्होंने मृदा गुणवत्ता को बनाए रखने के बारे में भी बात की और कहा कि सरकार द्वारा जारी मृदा गुणवत्ता कार्ड का इस्तेमाल उर्वरकों के सही उपयोग के लिए किया जाना चाहिए. चौहान ने 2014 से अब तक कृषि क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्धियों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि सरकार उत्पादन बढ़ाने, कच्चे माल की लागत कम करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद बढ़ाकर किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.