आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
हवाईअड्डे के सूत्रों ने बताया कि हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण गुरुवार को दिल्ली हवाईअड्डे से आने और जाने वाली कई उड़ानें रद्द कर दी गईं. इन 90 रद्द उड़ानों में 46 घरेलू प्रस्थान और 33 घरेलू आगमन उड़ानें शामिल हैं, जबकि इसमें पांच अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान और छह अंतरराष्ट्रीय आगमन उड़ानें शामिल हैं. ये रद्द उड़ानें सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच निर्धारित थीं.
यह पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुआ है. केंद्र सरकार के अनुसार, उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत के 21 हवाईअड्डे 10 मई तक बंद रहेंगे. उत्तर भारत के कई प्रमुख शहरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. सुरक्षा उपायों को बढ़ाए जाने के तहत, भारत भर के कई हवाईअड्डों को अगली सूचना तक बंद कर दिया गया है. इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट, अकासा एयर, एयर इंडिया एक्सप्रेस जैसी एयरलाइनों की कई उड़ानें रद्द और पुनर्निर्धारित की गई हैं. बुधवार को, स्पाइसजेट ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा के बीच हवाईअड्डों को बंद करने के बाद उत्तर भारत के छह हवाईअड्डों से उड़ान संचालन रद्द करने की घोषणा की.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की गई अपनी यात्रा सलाह में, स्पाइसजेट ने कहा कि लेह, श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, कांडला और धर्मशाला हवाईअड्डे वर्तमान में बंद हैं, और इन शहरों से आने-जाने वाली सभी उड़ानें 10 मई को सुबह 5:29 बजे तक निलंबित रहेंगी. इससे पहले, इंडिगो ने हवाईअड्डे बंद करने के संबंध में विमानन अधिकारियों के निर्देशों के बाद 10 मई तक उत्तर, उत्तर-पश्चिमी और मध्य भारत के 11 शहरों में अपनी उड़ान संचालन रद्द कर दिया था.
इंडिगो ने अपने ट्रैवल एडवाइजरी में कहा है कि श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला, बीकानेर, जोधपुर, ग्वालियर, किशनगढ़ और राजकोट प्रभावित शहर हैं, जहां 10 मई को सुबह 5:29 बजे तक उड़ान संचालन रद्द कर दिया गया है. बुधवार को आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए भारत द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ ठिकानों पर रात भर सटीक हमले करने के बाद दिल्ली हवाई अड्डे ने भी यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की.
भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के बाद, जिसमें पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकी स्थल नष्ट कर दिए गए थे, पाकिस्तान ने 7 मई की रात को कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया. ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में सैन्य ठिकानों पर हमला किया गया. इन्हें एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया. इन हमलों के अवशेष अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं.