जम्मू. जम्मू और कश्मीर में श्रीनगर और अनंतनाग मुठभेड़ों के बाद, जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद ने कहा कि ये आतंकवादी हमले भारत को अस्थिर करने और देश में निराशा का माहौल बनाने के लिए पाकिस्तान द्वारा किया गया ‘प्रयास’ है.
एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन के बाद से, जम्मू और कश्मीर दोनों क्षेत्रों में एक ही पैटर्न वाले आतंकवादी हमले देखे गए हैं. वैद ने कहा, ‘‘उन्होंने जम्मू में हमलों से शुरुआत की और अब उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नई सरकार बनने के बाद से कश्मीर में भी यही पैटर्न देखने को मिल रहा है. ये सभी विदेशी आतंकवादी हैं... आज भी अनंतनाग में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है और श्रीनगर में अभी मुठभेड़ चल रही है... यह सब पाकिस्तान के डीप स्टेट द्वारा भारत को अस्थिर करने और फिर से भय का माहौल बनाने की कोशिश है...’’
इससे पहले शनिवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच दो अलग-अलग मुठभेड़ें हुईं, एक श्रीनगर के खानयार इलाके में जबकि दूसरी अनंतनाग जिले के हलकान गली इलाके में. श्रीनगर मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया और चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए जबकि अनंतनाग मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए.
आईजीपी बिरदी ने कहा कि मारा गया आतंकवादी 2023 में इंस्पेक्टर मसरूर की हत्या में शामिल था. उन्होंने यह भी कहा कि शनिवार को शुरू हुई भीषण गोलीबारी में चार सुरक्षा बल भी घायल हुए हैं. आईजीपी बिरदी ने एएनआई को बताया, ‘‘अब यह ऑपरेशन पूरा हो चुका है. सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया है, जिसकी पहचान उस्मान के रूप में हुई है..., वह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का कमांडर था और 4 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. वह एक विदेशी आतंकवादी है और इंस्पेक्टर मसरूर की हत्या में उसकी भूमिका और संलिप्तता सामने आई है और इस संबंध में आगे की जांच की जा रही है...’’
अनंतनाग में मुठभेड़ पर आईजीपी वीके बिरदी ने कहा, ‘‘...इस ऑपरेशन में दो आतंकवादी मारे गए हैं और अब यह ऑपरेशन अपने अंजाम पर पहुंच रहा है. हमें लगातार इनपुट मिलते रहते हैं और इन इनपुट के आधार पर ही सुरक्षा बल ऐसी कार्रवाई करते हैं, इसलिए यह हमारी तरफ से एक अच्छी पहल है और एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भी है...’’