कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की मास्टरमाइंड जिया मुस्तफा की हत्या

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 25-10-2021
कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की मास्टरमाइंड जिया मुस्तफा की हत्या
कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की मास्टरमाइंड जिया मुस्तफा की हत्या

 

आवाज द वाॅयस /श्रीनगर
 
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में  आतंकियों के साथ हुई झड़प में दो पुलिसकर्मी और सेना का एक अधिकारी घायल हो गया. पिछले दो सप्ताह से पुंछ जिले की पहाड़ियों में घने जंगलों में आतंकियों से मुठभेड़ हो रही है. इस मुठभेड़ में 11 अक्टूबर से 14 अक्टूबर के बीच नौ जवान आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए.
 
दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बयान में कहा कि पुंछ संघर्ष के दौरान, पाकिस्तानी लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी जिया मुस्तफा को आतंकवादियों का पता लगाने के लिए भट्टा दरिया ले जाया गया.
 
इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सेना और पुलिस की संयुक्त टीम पर फिर से गोलीबारी शुरू कर दी. गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी और सेना का एक अधिकारी घायल हो गया. इस फायरिंग में आतंकी जिया मुस्तफा भी घायल हो गईं और भारी फायरिंग की वजह से तुरंत उनकी तलाशी नहीं ली जा सकी.
 
पुलिस ने बाद में पुष्टि की कि जिया मुस्तफा के शव को मुठभेड़ स्थल से हटा दिया गया था. पुलिस ने शनिवार को जिया मुस्तफा को कोट बिलोल जेल से 10 दिन के रिमांड पर लिया. जिया मुस्तफा कोट बिलोल जेल में बंद थी, जहां से वह कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित लश्कर नेताओं के संपर्क में था. जिया मुस्तफा को 2003 में जम्मू और कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था और उसी साल मार्च में कश्मीरी पंडितों के मार्च गार्गी नरसंहार के पीछे मास्टरमाइंड माना जाता था.
 
2003 में, श्रीनगर में, जम्मू और कश्मीर के तत्कालीन डीजीपीए सूरी ने 10 अप्रैल को जिया मुस्तफा की गिरफ्तारी की घोषणा की. मुस्तफा की प्रेस कॉन्फ्रेंस परेड की गई और उनकी गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा गया.
 
एके सूरी ने उस समय जिया मुस्तफा को लश्कर का जिला कमांडर बताया था, जो 24 कश्मीरी पंडितों की हत्या में शामिल था. ये कश्मीरी पंडित पुलवामा जिले के नदी मार्ग गांव में अपने घरों में रह रहे थे, जब उनकी हत्या कर दी गई.
 
तत्कालीन पुलिस प्रमुख ने कहा कि जिया मुस्तफा के पास से एक एके-47 राइफल, गोला-बारूद, वायरलेस सेट और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. पुलिस ने कहा कि जिया मुस्तफा को विक्टर सहित सभी नामों से जाना जाता था. खबरों के मुताबिक, जिया मुस्तफा ने पुलिस जांचकर्ताओं को बताया था कि उन्हें पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के नेताओं ने कश्मीरी पंडितों की हत्या को अंजाम देने के लिए कहा था.