Teacher suspended for offering namaz before Surya Namaskar at a government school in Burhanpur
बुरहानपुर (मध्य प्रदेश)
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में एक सरकारी स्कूल में छात्रों को सूर्य नमस्कार से पहले नमाज कराने का मामला सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। यह घटना शाहपुर थाना क्षेत्र के देवारी गांव स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय की बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, मामला तब सामने आया जब कक्षा 5वीं की कुछ छात्राओं ने घर पर स्कूल में कराए जा रहे योगासन की मुद्राएं दोहराईं। परिजनों का आरोप है कि शिक्षक जबूर अहमद तड़वी बच्चों से सूर्य नमस्कार की जगह नमाज जैसी मुद्राएं करवा रहे थे।
शिकायत मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) संतोष सिंह सोलंकी और अन्य अधिकारी स्कूल पहुंचे और प्रारंभिक जांच की। जांच के आधार पर आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया। इस कार्रवाई से पहले अभिभावकों और स्थानीय संगठनों ने सख्त कदम उठाने की मांग की थी।
वहीं, शिक्षक जबूर अहमद तड़वी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि वे बच्चों को योगासन करा रहे थे, जिसमें शशांकासन नामक आसन शामिल था। यह आसन देखने में नमाज की मुद्रा जैसी लगती है, जिसके चलते अभिभावकों को भ्रम हो गया। उन्होंने कहा कि “बिना पूरी जांच के निलंबन करना अनुचित है” और विभाग से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
इस बीच अपर कलेक्टर वीर सिंह चौहान ने भी शिक्षक के निलंबन की पुष्टि करते हुए कहा कि विस्तृत जांच जारी है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल स्कूल शिक्षा व्यवस्था बल्कि योग और सांस्कृतिक गतिविधियों में संवेदनशीलता बनाए रखने के मुद्दे को भी सामने लाती है। प्रशासन ने कहा है कि किसी भी धार्मिक या सांस्कृतिक भ्रम से बचने के लिए आगे से ऐसे कार्यक्रमों में पूरी स्पष्टता रखी जाएगी।