आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट (एसएमपीके) कोलकाता ने शनिवार को हुगली नदी पर रात्रि नौवहन की सफल शुरुआत की घोषणा की.
एक बयान में कहा गया कि इस पहल का उद्देश्य जहाजों के टर्नअराउंड समय और बर्थिंग से पहले रोके जाने को कम करना है, जिससे बज बज से समुद्र तक नदी चैनल के माध्यम से रात के समय जहाजों का निर्बाध पारगमन संभव हो सकेगा.
बंदरगाह ने इलेक्ट्रॉनिक चार्ट, ट्रैक लाइट और प्रबुद्ध चैनल बॉय सहित आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सहायता और नौवहन संबंधी बुनियादी ढांचे का लाभ उठाया.
आईआईटी मद्रास के बंदरगाहों, जलमार्गों और तटों के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी केंद्र (एनटीसीपीडब्ल्यूसी) ने एंटवर्प बंदरगाह के सहयोग से रात्रि नौवहन के लिए एक व्यापक अध्ययन और रोडमैप तैयार किया है.
उद्घाटन रन में 8,000 मीट्रिक टन कार्गो ले जाने वाले कंटेनर पोत एम वी सिनार पेनिडा का सफल पारगमन देखा गया. इस विकास से प्रतिदिन संभाले जाने वाले जहाजों की संख्या में वृद्धि होने, बर्थ उपलब्धता और बंदरगाह थ्रूपुट में सुधार होने की उम्मीद है.
एसएमपीके के उपाध्यक्ष सम्राट राही ने कहा, "हम बड़े जहाजों के लिए रात्रि नौवहन को सक्षम बनाने, एसएमपीके को अधिक सक्रिय और भविष्य के लिए तैयार बंदरगाह में बदलने के लिए तत्पर हैं."