नई दिल्ली
जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों को भारत के पुराने संसद भवन और नए संसद भवन दोनों का दौरा करने का दुर्लभ और समृद्ध अवसर प्राप्त हुआ। यह शैक्षिक यात्रा विद्यालय के प्राचार्य डॉ. मोहम्मद अरशद ख़ान और उप-प्राचार्य के मार्गदर्शन में आयोजित की गई, जिसमें शिक्षकों ने भी छात्रों का साथ दिया।
दिन की शुरुआत नाश्ते से हुई, जिसके बाद छात्र संसद परिसर में प्रवेश किए। यह सत्र न केवल मनोरंजक रहा बल्कि ज्ञानवर्धक भी साबित हुआ। गाइडेड टूर के दौरान छात्रों को संसद की मूल व्यवस्थाओं से अवगत कराया गया—लोकसभा और राज्यसभा में कौन कहाँ बैठता है, इन सदनों में लाल और हरे रंग के महत्व क्या हैं, संयुक्त सत्र क्या होता है और किस प्रकार राष्ट्रीय बहसें एवं अहम निर्णय लिए जाते हैं।
छात्रों ने पूरे उत्साह से प्रश्न पूछे, जिनके उत्तर भी उन्हें दिए गए, जिससे यात्रा रोचक और सहभागिता पूर्ण बन गई। इस अनुभवजन्य सीख ने न केवल उनकी जिज्ञासाएँ शांत कीं बल्कि उन्हें संसद के वास्तविक कार्यप्रणाली और उन ऐतिहासिक पलों की भी झलक दी, जब संविधान का निर्माण हुआ था।
इस दौरे की एक और बड़ी आकर्षण रही कला गैलरी, जिसने अपनी भव्यता और भारत की सांस्कृतिक व राजनीतिक धरोहर की झलक से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं, नए संसद भवन का भ्रमण छात्रों के लिए अत्यंत प्रभावशाली रहा, जहाँ आधुनिक सुविधाएँ और भव्य वास्तुकला राष्ट्र की प्रगति और लोकतांत्रिक भावना का प्रतीक नजर आईं।
कुल मिलाकर यह यात्रा छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट शिक्षाप्रद अनुभव रही, जिसने उन्हें भारतीय संसद की कार्यप्रणाली, इतिहास और परंपराओं की मूल्यवान झलक प्रदान की। छात्र लौटे तो उनके साथ था ज्ञान, प्रेरणा और देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति गर्व का भाव।