आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
लाल किले के पास हाल में हुए कार विस्फोट की जांच का दायरा बढ़ने के साथ दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा को इंडियन मुजाहिदीन के भगोड़े आतंकवादी और अल फलाह विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र मिर्जा शादाब बेग के बारे में एक नया सुराग मिला है।
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि बेग 2007 में अल फलाह विश्वविद्यालय में छात्र था, जब यह एक इंजीनियरिंग कॉलेज हुआ करता था। उन्होंने बताया कि 2014 में इसे विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया।
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के एक सूत्र ने कहा, ‘‘इस घटनाक्रम ने जांच एजेंसियों को बेग से जुड़े नेटवर्क की जांच का दायरा बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है।’’
अधिकारियों के अनुसार उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का मूल निवासी बेग 2008 में राजस्थान और गुजरात में किए गए कई विस्फोटों के लिए वांछित है।
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के दस्तावेजों के अनुसार बेग ने 2007 में अल फलाह से बी.टेक की पढ़ाई पूरी की थी, उसी साल उसने गोरखपुर विस्फोट को अंजाम दिया था।
सूत्र ने यह भी बताया कि बेग 2008 के हमलों के तुरंत बाद भारत से भाग गया था। उसके खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।
इसके अतिरिक्त डॉ. मुजम्मिल शकील विश्वविद्यालय में काम करता था। शकील के फरीदाबाद स्थित किराये के मकान से 2,900 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक बरामद किया गया था।