नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मणिपुर यात्रा से पहले राज्य के दूसरे सबसे बड़े शहर चुराचांदपुर में गुरुवार रात पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच तनाव पैदा हो गया। विवाद का कारण था—पीयर्सन मून इलाके में की जा रही भव्य सजावट।
मोदी 13 सितंबर को चुराचांदपुर पहुंचेंगे। इस मौके पर पूरे शहर को रंग-बिरंगे झंडों, होर्डिंग्स, बैनरों और रोशनी से सजाया जा रहा है। खासतौर पर पीयर्सन मून इलाका, जहाँ बीएसएफ का बेस और हेलीपैड मौजूद है, विशेष रूप से सजाया जा रहा था। इसी हेलीपैड पर प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरेगा।
मोदी की रैली हेलीपैड से करीब 5 किलोमीटर दूर होगी। इस मार्ग की पूरी सड़क को विभिन्न रंगों के झंडों और पोस्टरों से सजाया गया है।
हालाँकि, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार रात स्थानीय लोगों के एक समूह ने सजावट को नुकसान पहुँचाना शुरू कर दिया। उन्होंने कई झंडे और बैनर उखाड़ दिए। जैसे ही पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान मौके पर पहुँचे, झड़प हो गई। बाद में सुरक्षा बलों ने हालात काबू में कर लिए। फिलहाल झड़प में किसी के घायल या गिरफ्तार होने की जानकारी सामने नहीं आई है।
मोदी की यात्रा से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी बड़ा प्लान बनाया गया है। 13 सितंबर को 10,000 से अधिक जवान—पुलिस, बीएसएफ, सीआरपीएफ और असम राइफल्स—चुराचांदपुर में तैनात रहेंगे।
गौरतलब है कि मणिपुर मई 2023 से फरवरी 2025 तक जातीय हिंसा की चपेट में रहा। हिंदू मैतेई और ईसाई कुकी समुदायों के बीच चले इस संघर्ष में कम से कम 258 लोगों की मौत हुई और हज़ारों लोग विस्थापित हो गए थे। पूरे 21 महीने तक चले इस दौर में प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर नहीं गए थे।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस