मलकानगिरी (ओडिशा) | 15 दिसंबर (ANI)
ओडिशा के मलकानगिरी ज़िले में एक महिला की सिर कटी लाश पोटेरू नदी में मिलने के बाद भड़की हिंसा के बीच रविवार को सुरक्षा बलों ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च निकालकर स्थिति नियंत्रण में रखने की कोशिश की। अधिकारियों ने बताया कि हालात अब काफी हद तक स्थिर हो चुके हैं। भाजपा सांसद बालभद्र माझी और स्थानीय समुदाय नेताओं ने लोगों से शांति और प्रशासन के साथ सहयोग बनाए रखने की अपील की है।
किसी भी तरह की नई हिंसा को रोकने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने विभिन्न थानों के अंतर्गत आने वाले संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला। जिले में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और एहतियातन इंटरनेट सेवाएँ अस्थायी रूप से निलंबित हैं।
हिंसा प्रभावित गाँवों का दौरा करते हुए सांसद बालभद्र माझी ने हत्या की घटना को “नीच और निंदनीय” बताया। उन्होंने कहा,“रखेलगुड़ा में एक महिला की हत्या हुई है। ऐसे अपराधियों को मौत से कम सज़ा नहीं मिलनी चाहिए।”
माझी ने यह भी बताया कि पास के एक गाँव में लगभग सभी घर जला दिए गए, जिससे कई परिवार बेघर हो गए। उन्होंने कहा,“यह भी किसी तरह से माफ़ किए जाने लायक नहीं है। राज्य सरकार को घोषित 4.5 करोड़ रुपये की राहत से अधिक सहायता देनी चाहिए।”
मलकानगिरी बंगाली समाज के अध्यक्ष गौरंगा कर्मकार ने बताया कि सांसद ने दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा,“हमारे सांसद गाँव आए और दोनों पक्षों को बुलाकर कहा कि प्रशासनिक जांच होगी और दोषियों को सख्त सज़ा दी जाएगी। पास,के जनजातीय गाँव उन परिवारों की मदद करेंगे जिनके घर जला दिए गए हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए समुदाय के लोग सतर्क रहेंगे।
पुलिस ने बताया कि हत्या के मामले के मुख्य आरोपी सुभा रंजन मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया है। वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही आरोपपत्र दाखिल करने की तैयारी चल रही है।हिंसा और दंगों में शामिल छह अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।
मलकानगिरी कलेक्टर सोमेश कुमार उपाध्याय ने कहा कि बीते कुछ दिनों से स्थिति शांतिपूर्ण है।
बीएनएस की धारा 163 के तहत लागू प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।
हालांकि, एहतियातन इंटरनेट प्रतिबंध सोमवार दोपहर तक जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि 3.7 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का आंकलन सरकार को भेजा गया है। प्रभावित गाँवों में बिजली, पानी और अन्य पुनर्स्थापन कार्य तेज़ी से चल रहे हैं।