नई दिल्ली
प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) सूर्यकांत ने दिल्ली में खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी प्रदूषण और खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए वकीलों और वादियों से सलाह दी है कि वे उच्चतम न्यायालय में सूचीबद्ध मामलों की सुनवाई के लिए ‘हाइब्रिड मोड’—यानी प्रत्यक्ष या वर्चुअल, किसी भी माध्यम से—पेश हों। यह जानकारी रविवार को सर्वोच्च अदालत प्रशासन द्वारा जारी एक परिपत्र में दी गई।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 461 तक पहुंच गया है, जो इस सर्दी का सबसे प्रदूषित दिन दर्ज किया गया। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इतनी जहरीली हवा गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकती है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और श्वसन रोगियों के लिए।
इससे पहले 26 नवंबर को भी अत्यधिक प्रदूषण के कारण सीजेआई सूर्यकांत ने अस्वस्थ महसूस करने की बात कही थी और अदालत में वर्चुअल सुनवाई बढ़ाने पर विचार किया था। फिलहाल उच्चतम न्यायालय हाइब्रिड सिस्टम के तहत काम कर रहा है, जिसमें वकीलों को प्रत्यक्ष या ऑनलाइन—दोनों ही तरह से अदालत में उपस्थित होने की सुविधा है।सीजेआई की यह नई सलाह न्यायालय से जुड़े लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।






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