नई दिल्ली
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियुष गोयल ने जर्मनी में शीर्ष व्यापारिक नेताओं के साथ कई बैठकों की श्रृंखला आयोजित की, ताकि दोनों देशों के बीच व्यापार और व्यावसायिक सहयोग को और मजबूत किया जा सके।
मंत्री वर्तमान में 23 अक्टूबर से बर्लिन के अपने आधिकारिक दौरे पर हैं, जिसका उद्देश्य भारत-जर्मनी के आर्थिक संबंधों को गहरा करना है।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में गोयल ने कहा कि उन्होंने बर्लिन में Schaeffler AG के सीईओ क्लॉस रोसेंफेल्ड से मुलाकात की। दोनों ने ऑटोमोटिव, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और उन्नत विनिर्माण क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने भारत के व्यापक विकास अवसरों और नवाचार व उद्योग में भारत-जर्मनी साझेदारी को मजबूत करने पर भी विचार-विमर्श किया।
इसके अलावा, गोयल ने Herrenknecht AG के संस्थापक और सीईओ मार्टिन हेर्रेनक्नेक्ट से मुलाकात की। बैठक में कंपनी की भारत में विकास योजनाओं और तेजी से बढ़ते बुनियादी ढांचा क्षेत्र में स्थानीय संचालन और तकनीकी साझेदारियों के माध्यम से योगदान पर चर्चा हुई।
गोयल ने ENERTRAG के प्रबंधन बोर्ड सदस्य टोबियास बिशॉफ-निएम्ज़ से भी मुलाकात की, जिसमें भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा में सहयोग के अवसरों की खोज की गई और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सतत विकास लक्ष्यों की प्रगति पर चर्चा हुई।
इसके अलावा, उन्होंने RENK GmbH के व्हीकल मोबिलिटी सॉल्यूशंस डिवीजन के सीईओ माइकल माजुर, Infineon Technologies AG के सीईओ जोचेन हानेबेक, और Mercedes-Benz Group के सीईओ ओला कैलिनीउस के साथ भी बैठक की। इन बैठकों में रक्षा, इंजीनियरिंग समाधान, डिजिटलीकरण, अर्धचालक और कार्बन न्यूनीकरण क्षेत्रों में निवेश और सहयोग के अवसरों पर चर्चा हुई।
दौरान, गोयल ने लक्ज़मबर्ग के उपप्रधानमंत्री और विदेश, व्यापार एवं सहयोग मंत्री जेवियर बेट्टेल से भी मुलाकात की। दोनों पक्षों ने भारत और लक्ज़मबर्ग के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और नई संभावनाओं की खोज पर विचार-विमर्श किया।
गोयल का यह आधिकारिक दौरा भारत-जर्मनी आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह 2025 में भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर और भी विशेष महत्व रखता है।