आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के शिखर से उतरते समय ऊंचाई संबंधी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होने के बाद एक भारतीय पर्वतारोही की मौत हो गई. शुक्रवार को एक मीडिया रिपोर्ट से ये जानकारी मिली है.
‘हिमालयन टाइम्स’ अखबार की खबर के अनुसार, मृतक पर्वतारोही की पहचान पश्चिम बंगाल निवासी सुब्रत घोष (45) के रूप में हुई है. घोष, 8,848.86 मीटर ऊंचे माउंट एवरेस्ट अभियान के दौरान दम तोड़ने वाले दूसरे विदेशी हैं.
खबर के अनुसार, ‘स्नोई होराइजन ट्रेक्स’ के प्रबंध निदेशक (एमडी) बोधराज भंडारी ने बताया कि घोष की मृत्यु शनिवार को माउंट एवरेस्ट के शिखर बिंदु के पास हिलेरी स्टैप के ठीक नीचे हुई.
खबर में कहा गया कि घोष को शिखर पर चढ़ने में देरी हो गई और वह अपने ‘गाइड’ के साथ अपराह्न करीब दो बजे शिखर पर पहुंचे.
भंडारी ने बताया कि एवरेस्ट से उतरते समय वे थक गए थे और उन्हें ऊंचाई के कारण समस्या होने लगी थी, जिसके कारण अंततः उन्होंने आगे बढ़ने से इंकार कर दिया.
भंडारी ने उनके ‘गाइड’ चंपाल तमांग के हवाले से बताया, ‘‘घोष ने शिखर से उतरते समय आगे बढ़ने से इनकार कर दिया.’’
उन्होंने बताया कि चंपाल कल देर रात कैंप-4 में वापस लौटे और आज सुबह उन्होंने घटना की जानकारी दी.
खबर में कहा गया कि घोष, ‘ माउंटेनियरिंग एसोसिएशन आफ कृष्णनगर स्नोवी एवरेस्ट एक्पीडिशन 2025’ का हिस्सा थे.
भंडारी ने बताया कि उनके पार्थिव शरीर को आधार शिविर तक लाने के प्रयास जारी हैं.
इससे पहले, फिलीपींस निवासी फिलिप द्वितीय सैंटियागो (45) की 14 मई को शिखर पर चढ़ने की तैयारी करते समय मृत्यु हो गई थी.
इस बार अब तक 50 से अधिक पर्वतारोही सफलतापूर्वक शिखर पर पहुंच चुके हैं और पर्वत पर चढ़ने का प्रयास करने के लिए 450 से अधिक पर्वतारोहियों ने अनुमति प्राप्त की है.