Modi-Patrushev talks give new impetus to India-Russia partnership ahead of December summit
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विशेष सहयोगी और रूस की समुद्री परिषद के अध्यक्ष निकोलाई पात्रुशेव से मुलाकात की। यह बैठक दिसंबर की शुरुआत में होने वाले वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारियों की व्यापक समीक्षा के लिए आयोजित की गई थी। दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा की।
रूसी दूतावास के अनुसार, बैठक में समुद्री क्षेत्र में सहयोग विशेष रूप से केंद्र में रहा। पात्रुशेव ने भारत और रूस के बीच समुद्री क्षमताओं को बढ़ाने और रणनीतिक साझेदारी के विविध क्षेत्रों में सहयोग को गहन करने की पारस्परिक प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों पक्षों ने माना कि वैश्विक परिस्थितियों में लगातार बदलते समीकरणों के बीच मजबूत समुद्री सहयोग न केवल दोनों देशों के हित में है, बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इससे एक दिन पहले, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मॉस्को में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने 23वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की, जिसमें राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा भी शामिल है। बातचीत में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, कृषि, तकनीक, गतिशीलता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में प्रगति पर जोर दिया गया।
जयशंकर ने कहा कि भारत-रूस संबंध अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में स्थिरता का आधार रहे हैं और उनका निरंतर विस्तार न केवल दोनों देशों के हित में, बल्कि वैश्विक हित में भी है। उन्होंने यह भी बताया कि कई द्विपक्षीय समझौते और परियोजनाएं अंतिम चरण में हैं, जिनसे दोनों देशों की "विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक साझेदारी" को नई दिशा मिलेगी।
दिसंबर में होने वाला शिखर सम्मेलन दोनों देशों के रिश्तों में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है।