आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग से तृणमूल कांग्रेस नियंत्रित सामुदायिक भवनों से बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) द्वारा संचालित कथित ‘‘अवैध एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) शिविरों’’ के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही भाजपा ने दावा किया कि यह कवायद पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की निष्पक्षता का उल्लंघन है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे एक पत्र में भाजपा नेता शिशिर बाजोरिया ने निर्वाचन आयोग के मानदंडों का ‘‘गंभीर और संगठित उल्लंघन’’ बताया और आरोप लगाया कि राज्य के कई हिस्सों में बीएलओ अनिवार्य रूप से घर-घर जाकर सत्यापन करने के बजाय राजनीतिक नियंत्रण वाले परिसरों से एसआईआर संबंधी गतिविधियां संचालित कर रहे हैं।
बजोरिया ने विधाननगर विधानसभा क्षेत्र में प्रसारित एक कथित निर्देश की ओर ध्यान दिलाया जिसमें पार्ट-133 के मतदाताओं को सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे के बीच फॉर्म भरकर, परिवार के सभी सदस्यों के मूल मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड लेकर सत्यापन के लिए एक सामुदायिक भवन में आने का निर्देश दिया गया है।
पत्र में लिखा है, ‘‘पार्ट-133 के बीएलओ और बीएलए सामुदायिक भवन में मौजूद रहेंगे। परिवार का कोई एक सदस्य सभी के मूल मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड लेकर आएगा, जो सत्यापन के बाद वापस कर दिए जाएंगे।’’
भाजपा नेता ने दावा किया कि संबंधित सामुदायिक भवन ‘‘तृणमूल के एक मंत्री और नगरपालिका अध्यक्ष के नियंत्रण में’’ है और उन्होंने एसआईआर में राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाया।
भाजपा ने मांग की कि निर्वाचन आयोग कोलकाता के निकट विधाननगर में लगे शिविर से शुरुआत करते हुए, राजनीतिक रूप से आयोजित ऐसे सभी एसआईआर शिविरों को तुरंत बंद करे।