गौतम बुद्ध की धरती से शांति का संदेशः कटिहार में राम नवमी जुलूस के दौरान रामभक्त बने मस्जिद के सुरक्षा प्रहरी
आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
हाल के दिनों में पूरे देश में राम नवमी का जश्न मनाया गया और धार्मिक जुलूस निकाले गए. इस दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा भी हुई. मध्य प्रदेश, झारखंड, राजस्थान और गुजरात सहित कई राज्यों से हिंसा की खबरें आईं. हालांकि, इस बीच कई जगहों पर सांप्रदायिक सद्भाव के उदाहरण भी देखने को मिले.
बिहार गौतम बुद्ध की धरती है और यहां से हमेशा देश-दुनिया को शांति संदेश मिलता रहता है. एक बार भी यह हुआ.सांप्रदायिक सौहार्द का नजारा बिहार के कटिहार जिले में देखने को मिला, जहां एक मस्जिद के सामने हिंदू समुदाय के लोग मानव श्रृंखला बनाते नजर आए.
ओवैस सुल्तान खान नाम के एक ट्विटर यूजर ने एक तस्वीर ट्वीट की और लिखा कि बिहार के कटिहार में राम नवमी जुलूस के दौरान बहुसंख्यक वर्ग के लोगों ने इसकी रक्षा के लिए जामा मस्जिद के सामने मानव श्रृंखला बनाई.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद से भी सांप्रदायिक सौहार्द की ऐसी ही मिसाल देखने को मिली. औरंगाबाद में राम नवमी का जुलूस निकाला गया, लेकिन जब जुलूस एक मस्जिद के सामने से गुजरा, तो धार्मिक भावनाओं के चलते जुलूम में बजने वाले डीजे को रोक दिया गया.
सांप्रदायिक सद्भाव की इन घटनाओं की लोगों द्वारा सराहना की जा रही है और सोशल मीडिया पर ट्वीट किए जा रहे हैं. इस कदम की सराहना की जा रही है.
गौरतलब है कि कोरोना के चलते पिछले दो साल से राम नवमी का जुलूस नहीं निकाला जा रहा था, बल्कि इस साल जुलूस निकाला गया. जुलूस के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों में हिंसक घटनाएं भी हुईं, जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए. मस्जिदों पर लोग चढ़ गए.