मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन की अपील, कांवड़ यात्रा को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं अखिलेश यादव

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 19-07-2024
Maulana Mufti Shahabuddin Razvi
Maulana Mufti Shahabuddin Razvi

 

लखनऊ. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को धार्मिक मामलों में राजनीति से दूर रहने की सलाह दी है.

मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने मुजफ्फरनगर के पुलिस कप्तान के आदेश का समर्थन करते हुए कहा कि अखिलेश यादव को धार्मिक मुद्दों को राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, "कांवड़ यात्रा एक धार्मिक कार्यक्रम है, लेकिन सपा अध्यक्ष ने इसे राजनीति का अखाड़ा बना दिया है और प्रदेश में हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न करने की कोशिश की है."

मौलाना ने अखिलेश यादव से धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने की गुजारिश की और कहा कि भविष्य में राजनीति करने के और भी अवसर मिलेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे अवसरों का उपयोग करके वे अपनी राजनीति कर सकते हैं, जिसमें उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी.

इससे पहले, मुजफ्फरनगर के एसएसपी ने 22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर दुकानदारों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी. इस एडवाइजरी में सुझाव दिया गया था कि दुकान के सामने दुकान मालिक का नाम लिखा जाए.

मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन ने इस एडवाइजरी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर हमेशा से एक संवेदनशील क्षेत्र रहा है और यहां पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि दुकान के सामने नाम लिखने का आदेश सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए है, ताकि कहीं भी हिंदू-मुस्लिम टकराव की स्थिति न उत्पन्न हो. उन्होंने आशा व्यक्त की कि जैसे मुहर्रम के जुलूस के दौरान पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त थी और अमन-शांति के साथ जुलूस संपन्न हुआ, वैसे ही कांवड़ यात्रा भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो.

 

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