इंफाल (मणिपुर)
भारतीय सेना और असम राइफल्स ने 18 से 23 अगस्त तक मणिपुर पुलिस के साथ मिलकर जिरिबाम, फेरजॉल, विष्णुपुर, थौबल, इंफाल वेस्ट और इंफाल ईस्ट जिलों में खुफिया जानकारी पर आधारित संयुक्त अभियान चलाए। इन अभियानों में आठ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया और बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और युद्ध सामग्री जब्त की गई।
18 अगस्त: इंफाल वेस्ट के लमफेल इलाके में असम राइफल्स और इंफाल वेस्ट पुलिस कमांडो ने कांगलेइपक कम्युनिस्ट पार्टी (मिलिट्री फेडरल लीग) के दो सक्रिय उग्रवादियों को पकड़ा।
19 अगस्त: इंफाल ईस्ट के वांगखई अंगोम इलाके से KCP (MFL) का एक और कैडर गिरफ्तार, जो वसूली और धमकी जैसी गतिविधियों में शामिल था। उसी दिन केइरांग क्षेत्र से KCP (पीपुल्स वॉर ग्रुप) का एक कैडर भी पकड़ा गया।
20 अगस्त: थौबल जिले के क्षेत्रीलेकाई क्षेत्र से रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट/पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (RPF/PLA) के तीन उग्रवादी हिरासत में लिए गए। इसी दिन लोकटक झील के पास सुनुसीफाई पटोन क्षेत्र में सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने तलाशी अभियान चलाकर हथियार और सामग्री बरामद की।
23 अगस्त: विष्णुपुर जिले के निंगथौखोंग मयाई लैकाई से KCP (नोंगद्रेन्खोम्बा गुट) का एक सक्रिय कैडर गिरफ्तार किया गया। साथ ही जिरिबाम और फेरजॉल जिलों के चौधरीखाल और सावोम्फाई गांवों में क्षेत्र प्रभुत्व गश्त के दौरान और हथियार मिले।
अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने जिन सामग्रियों को जब्त किया, उनमें शामिल हैं:
दो AK-47 राइफलें और मैगजीन,
एक INSAS LMG,
एक .303 राइफल,
दो सिंगल बैरल राइफलें,
एक 9mm पिस्तौल,
ग्रेनेड, बुलेटप्रूफ जैकेट, बैलिस्टिक हेलमेट,
वायरलेस सेट, कारतूस और मैगजीन की बड़ी खेप।
इन संयुक्त अभियानों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा बल मणिपुर में सक्रिय विभिन्न उग्रवादी संगठनों को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।