तिब्बत
तिब्बत में मंगलवार सुबह रिक्टर पैमाने पर 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, यह झटका ज़मीन के 180 किलोमीटर गहराई में आया।
एनसीएस ने एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए बताया,“भूकंप – तीव्रता: 4.3, दिनांक: 26/08/2025, समय: 07:34:01 (IST), अक्षांश: 30.06°N, देशांतर: 84.41°E, गहराई: 180 किमी, स्थान: तिब्बत।”
इससे पहले 24 अगस्त को भी तिब्बत में 3.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसकी गहराई 98 किलोमीटर दर्ज की गई थी।विशेषज्ञों के अनुसार, तिब्बती पठार (Tibetan Plateau) भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र है क्योंकि यहां भारतीय टेक्टोनिक प्लेट लगातार यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है। यही टकराव हिमालय की ऊंचाई को बढ़ाता है और क्षेत्र में भूकंपों की नियमितता का कारण है।
पठार की संरचना में पूर्व-पश्चिम दिशा में फैले दरार क्षेत्र (grabens), स्ट्राइक-स्लिप और नॉर्मल फॉल्ट शामिल हैं। उत्तरी हिस्से में मुख्य रूप से स्ट्राइक-स्लिप फॉल्टिंग देखी जाती है, जबकि दक्षिणी हिस्से में पूर्व-पश्चिम विस्तार के चलते उत्तर-दक्षिण दिशा वाली नॉर्मल फॉल्टिंग हावी है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि तिब्बत के सबसे बड़े भूकंप, जिनकी तीव्रता 8.0 के आसपास होती है, प्रायः स्ट्राइक-स्लिप फॉल्ट्स पर आते हैं। वहीं नॉर्मल फॉल्टिंग से आने वाले भूकंप अपेक्षाकृत छोटे होते हैं। उदाहरण के तौर पर, वर्ष 2008 में तिब्बती पठार पर पांच नॉर्मल फॉल्टिंग भूकंप आए थे, जिनकी तीव्रता 5.9 से 7.1 के बीच थी।