पुडुचेरी. पुडुचेरी की उपराज्यपाल पद से हटाए जाने के बाद, किरण बेदी ने कहा कि उन्होंने समर्पित भाव के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया और संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा किया. उन्होंने बतौर पुडुचेरी की सेवा करने का अनुभव देने के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया. बेदी ने बुधवार को ट्वीट किया, "उन सभी को धन्यवाद, जो पुडुचेरी की उपराज्यपाल के रूप में मेरी यात्रा के दौरान साथ रहे.
पुडुचेरी की जनता और सभी लोक अधिकारियों का धन्यवाद." केंद्र शासित प्रदेश में कांग्रेस सरकार के संकट के बीच मंगलवार रात उपराज्यपाल पद से 71 वर्षीय बेदी को हटा दिया गया था. पिछले एक महीने के दौरान चार विधायकों के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई. पूर्व आईपीएस अधिकारी ने अपने ट्वीट के साथ एक बयान भी पोस्ट किया.
उन्होंने कहा, "मैं उपराज्यपाल के रूप में पुडुचेरी की सेवा का जीवन भर का अनुभव प्रदान करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देती हूं." बेदी ने कहा, "मैं उन सभी का भी शुक्रिया अदा करती हूं जिन्होंने मेरे साथ मिलकर काम किया. मैं गहरे संतोष के साथ कह सकती हूं कि 'टीम राजनिवास' ने जनहित की सेवा में लगन से काम किया."
अपनी नियुक्ति के बाद से मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के साथ टकराव में शामिल बेदी ने कहा, "जो कुछ भी किया गया, वह एक संवैधानिक कर्तव्य था, जो मेरी संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करता है." नारायणसामी ने बेदी को हटाए जाने का स्वागत किया है और इसे लोगों की जीत करार दिया है.
पिछले एक महीने के दौरान चार विधायकों के इस्तीफे के बाद, कांग्रेस सरकार 30 सदस्यीय विधानसभा में 14 विधायकों के साथ रह गई है. हालांकि, नारायणसामी ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी सरकार अल्पमत में आ गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अन्य दलों के विधायकों को लुभाने के लिए ऑपरेशन कमल चला रही है. इस साल मई में पड़ोसी राज्य तमिलनाडु और केरल के चुनावों के साथ पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.