खड़गे, राहुल गांधी और अजीत पवार बोले -धर्मेंद्र के अतुलनीय अभिनय और सरल जीवन ने छोड़ी गहरी छाप

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 24-11-2025
Kharge, Rahul Gandhi and Ajit Pawar said Dharmendra's incomparable acting and simple life left a deep impression.
Kharge, Rahul Gandhi and Ajit Pawar said Dharmendra's incomparable acting and simple life left a deep impression.

 

नयी दिल्ली/मुंबई

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी तथा महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया। सभी नेताओं ने कहा कि भारतीय फिल्म जगत ने एक अनमोल सितारा खो दिया है, जिसने दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया।

धर्मेंद्र, जिन्होंने 65 वर्षों में “सत्यकाम” से लेकर “शोले” जैसी 300 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया, सोमवार को मुंबई स्थित अपने घर पर चल बसे। वह 89 वर्ष के थे।खड़गे ने ‘एक्स’ पर हिंदी में पोस्ट कर कहा, “भारतीय फिल्म जगत ने आज एक बहुमूल्य सितारा खो दिया। पद्मभूषण से सम्मानित धर्मेंद्र ने दशकों तक अपने अतुलनीय अभिनय और सरल जीवन से दर्शकों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी। उनका निधन एक युग का अंत है।” उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार-प्रशंसकों को शक्ति प्रदान करने की कामना की।

राहुल गांधी ने कहा कि धर्मेंद्र के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है और भारतीय कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा, “करीब सात दशकों में सिनेमा में उनका योगदान सदैव सम्मान और प्रेम से याद किया जाएगा।” उन्होंने परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि देश ने एक सच्चा सिनेमाई दिग्गज खो दिया है, जबकि महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्हें “अनुपम अभिनय का प्रतीक” बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। पार्टी के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने लिखा, “उनके साथ गर्मजोशी और सौम्यता का एक पूरा दौर खत्म हो गया। ‘शोले’ के अमर वीरू को विनम्र श्रद्धांजलि।”

अजीत पवार बोले—धर्मेंद्र की सिनेमाई यात्रा मेहनत और समर्पण का प्रतीक

मुंबई से, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी धर्मेंद्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अभिनेता की पूरी यात्रा कड़ी मेहनत, समर्पण और अपने कर्म के प्रति निस्वार्थ प्रेम का प्रतीक रही।

पवार ने कहा कि धर्मेंद्र अपनी सहज अदाकारी, सादगी और भावनात्मक गहराई के लिए व्यापक रूप से प्रशंसित रहे। “शोले”, “चुपके चुपके”, “अनुपमा”, “सत्यकाम” और “दिल्लीगी” में उनका अभिनय पीढ़ियों से दर्शकों के दिलों में बसा है। विशेष रूप से ‘वीरू’ का उनका किरदार भारतीय सिनेमा में अमर है।

पवार ने कहा कि धर्मेंद्र का निधन हिंदी फिल्म उद्योग के लिए बहुत बड़ी क्षति है और उन्होंने उनके परिवार व प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से उन्हें इस दुख को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।