कबीर दास की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं: योगी आदित्यनाथ

Story by  अर्सला खान | Published by  [email protected] | Date 27-10-2025
Kabir Das's teachings are still relevant today: Yogi Adityanath
Kabir Das's teachings are still relevant today: Yogi Adityanath

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत कबीर दास की शिक्षाओं को आज भी प्रासंगिक बताते हुए लोगों से रोजमर्रा की जिंदगी में सादगी, समानता और अच्छे व्यवहार के उनके संदेश को अपनाने की सोमवार को अपील की।

आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी के कबीरधाम आश्रम में स्मृति महोत्सव मेले में कहा, ‘‘जब हम संत कबीर दास को याद करते हैं तो हमें एक पुराने जमाने के संत याद आते हैं जिन्होंने अपने बेबाक शब्दों और दोहों से 'निर्गुण भक्ति' का रास्ता दिखाया और आम लोगों को आसान, स्थानीय भाषा में आत्मा और परमात्मा के मिलन को समझने में मदद की।’’
 
उन्होंने दशकों पहले कबीरधाम आश्रम शुरू करने वाले संतों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उन्होंने अपने जीवन एवं सेवा के जरिए कबीर के संदेश की जीती-जागती भावना को आगे बढ़ाया।
 
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं उन्हें नमन करता हूं और उनके सभी अनुयायियों को धन्यवाद देता हूं जो इस परंपरा को जिंदा रखे हुए हैं।’’
 
आदित्यनाथ ने आज के दौर में कबीर की शिक्षाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा, ‘‘कबीर दास के शब्द आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे।’’
 
उन्होंने कहा कि जब लोग और अधिक दौलत कमाने की चाहत में डूबे हुए हैं तो ऐसे समय में कबीर की प्रार्थना ‘साई इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाए, मैं भी भूखा न रहूं, साधु न भूखा जाए’, संतोष का ऐसा संदेश देती है तो सदा प्रासंगिक रहने वाला है।
 
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘संत कबीर दास ने तुलसीदास और दूसरे संतों की तरह सिखाया कि कर्म जीवन का केंद्र है। अच्छे कामों से पुण्य मिलता है, बुरे कामों से दुख मिलता है और कोई भी अपने कामों के नतीजों से बच नहीं सकता।’’
 
आदित्यनाथ ने बताया कि कैसे कबीर दास ने अपनी ज़िंदगी में धार्मिक कट्टरता को तोड़ा।