नई दिल्ली
भारत के राष्ट्रपति ने बुधवार को बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस आलोक अराध्ये और पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस विपुल मनुभाई पंचोली को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया।
यह महत्वपूर्ण नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के बाद की गई है, जिसकी अध्यक्षता भारत के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई कर रहे हैं।
कानून और न्याय मंत्रालय तथा मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस नियुक्ति की पुष्टि की और इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। यह देश की शीर्ष अदालत के गठन में एक अहम बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।
जन्म: अप्रैल 1964, मध्य प्रदेश
दिसंबर 2009 में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में न्यायिक करियर की शुरुआत की।
फरवरी 2011 में स्थायी न्यायाधीश बनाए गए।
2018 में जम्मू और कश्मीर हाईकोर्ट में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में तीन महीने तक कार्य किया।
बाद में उन्हें कर्नाटक हाईकोर्ट में स्थानांतरित किया गया, जहां उन्होंने 2022 में फिर से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का पद संभाला।
जुलाई 2023 में तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए।
जनवरी 2025 में बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने।
जन्म: 28 मई 1968, अहमदाबाद, गुजरात
जून 2016 में गुजरात हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश नियुक्त हुए।
जुलाई 2023 में पटना हाईकोर्ट में स्थानांतरित किए गए।
21 जुलाई 2025 को पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद पर पदोन्नत हुए।
इन दोनों जजों की नियुक्ति से सुप्रीम कोर्ट की न्यायिक क्षमता को मजबूती मिलेगी और इससे उच्चतम न्यायालय में न्याय वितरण की प्रक्रिया और अधिक प्रभावी होगी।