श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई अभूतपूर्व बारिश के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों का निरीक्षण बॉर्डर रोड्स के महानिदेशक (DGBR) लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने किया। रक्षा मंत्रालय (MoD) के आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने जम्मू संभाग की दो रणनीतिक दृष्टि से अहम सड़कों—रामकोट-रणजीत सागर डैम और बशोली-बनी रोड—का दौरा किया, जो बारिश और भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
रविवार को उन्होंने पेडू नाला का भी निरीक्षण किया, जहाँ भारी भूस्खलन के कारण दो पुल बह गए थे। उन्होंने मौके पर बन रहे वैकल्पिक मार्ग का जायज़ा लिया, ताकि यातायात जल्द बहाल हो सके। इसके अलावा, बशोली-बनी रोड के किलोमीटर 47 स्थित भुंड इलाके का भी निरीक्षण किया, जहाँ सड़क का बड़ा हिस्सा बाढ़ में पूरी तरह बह गया है। यहाँ नए अलाइनमेंट का निर्माण कार्य चल रहा है।
दौरे के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल श्रीनिवासन ने बशोली के विधायक दर्शन कुमार से भी बातचीत की और आश्वस्त किया कि बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) जल्द से जल्द सड़क संचार बहाल करेगा। उन्होंने प्रोजेक्ट संपर्क के कर्मियों की सराहना करते हुए उन्हें लगातार मेहनत जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
इस बीच, गुरुवार को हुई भारी बारिश के बाद 270 किलोमीटर लंबा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) उदयपुर ज़िले के थर्ड इलाके में भूस्खलन के कारण बंद हो गया। मलबा हटाने का अभियान जारी है।
जम्मू क्षेत्र में हालात गंभीर बने हुए हैं। तवी नदी उफान पर है, जबकि रियासी में चेनाब नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते सलाल डैम के गेट खोल दिए गए हैं। राजौरी में लगातार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है और प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
क्षेत्रीय मौसम केंद्र ने संभावित भारी बारिश को देखते हुए सांबा, कठुआ, बडगाम, शोपियां, कुलगाम, बांदीपोरा, बारामूला, पुलवामा और गांदरबल ज़िलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, अनंतनाग, श्रीनगर और कुपवाड़ा ज़िलों के लिए येलो अलर्ट लागू किया गया है।