आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) ने सोमवार को जंजावीद मिलिशिया के एक कमांडर को 20 वर्ष से अधिक समय पहले सूडान के दारफुर क्षेत्र में किए गए अत्याचारों में प्रमुख भूमिका निभाने का दोषी करार दिया।
ऐसा पहली बार हुआ है जब अदालत ने दारफुर में किसी संदिग्ध को अपराध का दोषी करार दिया है।
तीन न्यायाधीशों की पीठ ने फैसला सुनाया कि सामूहिक हत्याओं और बलात्कार की घटनाओं सहित ये अत्याचार, सूडान के पश्चिमी क्षेत्र में विद्रोह को हिंसक तरीके से कुचलने की सरकारी योजना का हिस्सा थे।
पीठासीन न्यायाधीश जोआना कोर्नर ने कहा कि अली मुहम्मद अली अब्द-अल-रहमान, जिसे अली कुशायब के नाम से भी जाना जाता है, को बाद में सजा सुनाई जाएगी। अधिकतम आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
कुशायब को दारफुर में जंजावीद मिलिशिया का नेतृत्व करने के अपराध में दोषी करार दिया गया गया।