Suspension of internet services in violence-hit Cuttack extended till 7 pm on October 7
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ओडिशा सरकार ने पिछले सप्ताह दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं के मद्देनजर सोमवार को कटक में इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को सात अक्टूबर शाम सात बजे तक बढ़ा दिया।
कटक जिला प्रशासन ने भड़काऊ संदेश फैलाने के लिए व्हाट्सऐप, फेसबुक और ‘एक्स’ जैसे सोशल मीडिया मंचों के दुरुपयोग को लेकर चिंता व्यक्त की है।
अधिकारियों ने चेतावनी दी कि ऐसी गतिविधियों से सार्वजनिक व्यवस्था और शांति भंग हो सकती है।
कटक के दरगाह बाजार क्षेत्र में शुक्रवार और रविवार के बीच हिंसा की दो घटनाएं हुईं, जिनमें 10 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 31 लोग घायल हो गए।
पहली झड़प शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई, जिसमें छह लोग घायल हो गए।
दूसरी घटना रविवार शाम को हुई, जब पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की एक बाइक रैली को संवेदनशील इलाके से गुजरने से रोक दिया, जिसके परिणामस्वरूप पथराव हुआ। दूसरी घटना में आठ पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 25 लोग घायल हो गए।
अधिकारियों ने किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए रविवार शाम सात बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी थीं।
गृह विभाग द्वारा सोमवार को जारी अधिसूचना के अनुसार, इंटरनेट निलंबन को अगले 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है।
अधिसूचना में कहा गया है कि यह आशंका है कि कटक शहर में कुछ असामाजिक तत्व इंटरनेट का उपयोग कर आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित कर सकते हैं ताकि लोगों को सांप्रदायिक सद्भाव के खिलाफ अपराध करने के लिए उकसाने, जान-माल को नुकसान पहुंचाने और शांति भंग करने के उद्देश्य से अफवाहें फैलाई जा सकें।
हालांकि, यह आदेश सरकारी इंटरनेट और इंट्रानेट आधारित सेवाओं, जैसे कि ओडिशा स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क, बैंकिंग, रेलवे या किसी अन्य सरकारी सेवाओं पर लागू नहीं होगा।
अधिसूचना में कहा गया है, "आदेश का उल्लंघन करने पर कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।"
इससे पहले, पुलिस आयुक्त एस देव दत्ता सिंह ने कहा था कि झड़प में घायल हुए एक व्यक्ति की स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों के कारण रविवार को अशांति फैली हो। सिंह ने कहा कि हालांकि घायल व्यक्ति की स्थिति ठीक थी और उसका इलाज जारी था, लेकिन सोशल मीडिया पर डाला गया संदेश समुदायों के बीच नफरत फैलाने के उद्देश्य से किया गया था
सिंह ने कहा, "पुलिस भ्रामक संदेश फैलाने में शामिल लोगों की तलाश कर रही है।"