छत्तीसगढ़ : सुकमा में प्रेशर बम फटने से एएसपी की मौत, डीएसपी और थाना प्रभारी घायल

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 09-06-2025
Chhattisgarh: ASP killed, DSP and station in-charge injured in pressure bomb blast in Sukma
Chhattisgarh: ASP killed, DSP and station in-charge injured in pressure bomb blast in Sukma

 

सुकमा
 
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में प्रेशर बम की चपेट में आकर कोंटा क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरीपुंजे गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उनकी जान चली गई. इस घटना में डीएसपी और थाना प्रभारी भी घायल हुए हैं.
 
राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि विस्फोट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कोंटा क्षेत्र) आकाश राव गिरीपुंजे गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. गिरीपुंजे 2013 बैच के राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी थे.
शर्मा गृह विभाग भी संभालते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नक्सलियों को हिंसा त्याग कर मुख्यधारा में शामिल होना चाहिए और समाज के विकास में योगदान देना चाहिए.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विस्फोट में एएसपी की मौत पर दुख जताया और कहा कि नक्सलियों को इस घटना के परिणाम भुगतने होंगे.
 
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोंटा क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरीपुंजे आज सुबह कोंटा—एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा गांव के करीब प्रेशर बम में हुए विस्फोट की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए तथा इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि एएसपी आकाश राव, कोंटा के उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) भानुप्रताप चंद्राकर और निरीक्षक (थाना प्रभारी कोंटा) सोनल गवला अन्य पुलिस जवानों के साथ क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा वाहन जलाने की घटना की जांच तथा गश्त के लिए पैदल गए थे.
 
अधिकारियों ने बताया कि खोजी अभियान के दौरान प्रेशर बम (बारूदी सुरंग) में विस्फोट हुआ, जिससे एएसपी आकाश राव, चंद्राकर और गवला घायल हो गए.
उन्होंने बताया कि घटना के बाद सभी घायलों को प्रारंभिक उपचार के लिए कोंटा अस्पताल लाया गया. आकाश राव गंभीर रूप से घायल हुए थे और उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.
 
अधिकारियों ने बताया कि 42 वर्षीय आकाश राव, रायपुर जिले के निवासी थे और राज्य पुलिस में 2013 बैच के अधिकारी थे. वह वर्ष 2024 से कोंटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में सेवा दे रहे थे. वह छत्तीसगढ़ पुलिस के सबसे साहसी योद्धाओं में से एक थे, जिन्होंने मानपुर-मोहला और सुकमा जैसे वामपंथ उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दी थी.
 
उन्होंने बताया कि अन्य घायल अधिकारी चंद्राकर और गवला खतरे से बाहर हैं. उन्हें हेलीकॉप्टर से बेहतर इलाज के लिए उच्च चिकित्सा केंद्र में भेजा जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि आकाश राव के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर और अंतिम संस्कार के लिए रायपुर लाया जा रहा है.
 
अधिकारियों ने कहा, ''छत्तीसगढ़ शासन, पुलिस मुख्यालय, सभी नागरिक और पुलिस परिवार इस शोक की घड़ी में शहीद आकाश राव के परिजनों के साथ दृढ़ता से खड़े हैं. उनका बलिदान हमारी इस प्रतिबद्धता को और भी मजबूत करेगा कि हम भाकपा (माओवादी) जैसे क्रूर एवं षड्यंत्रकारी संगठन का समूल नाश करें.''
 
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने नागपुर में पीटीआई वीडियो से बातचीत के दौरान बताया, ''गिरीपुंजे की सुकमा के कोंटा इलाके में हुए विस्फोट में जान चली गई. वह एक बहादुर अधिकारी थे और वीरता पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया था.''
 
शर्मा ने कहा कि किसी तरह, यदि नक्सलियों और सरकार के बीच बातचीत की स्थिति बनती है, तो इसका अंत ऐसी घटनाओं (विस्फोट का जिक्र करते हुए) से होता है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह एक भी गोली नहीं चलाना चाहती है, लेकिन उन्हें (नक्सलियों को) मुख्यधारा में शामिल होना चाहिए, पुनर्वास योजना का लाभ उठाना चाहिए तथा समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान देना चाहिए
मुख्यमंत्री साय ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों द्वारा किये गये आई ई डी विस्फोट में एएसपी आकाश राव गिरपुंजे के बलिदान की सूचना मिली जो अत्यंत दुखद है. मैं उनके बलिदान को नमन करता हूं. इस कायरतापूर्ण हमले में कुछ अन्य अधिकारी व जवानों के भी घायल होने की खबर है. अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज हेतु निर्देश दिए हैं.''
 
साय ने कहा, ''छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं और उसमें सुरक्षा बलों को लगातार सफलता मिल रही है. इसी से बौखला कर नक्सली इस तरह की कायराना करतूत को अंजाम दे रहे हैं. नक्सलियों को इसका परिणाम भुगतना होगा. वह दिन अब ज्यादा दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ से इनका अस्तित्व ही समाप्त कर दिया जायेगा.''