राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
पाकिस्तान न केवल भारत में आतंकवाद फैलाने का गुनाहगार है, बल्कि वह मुस्लिम जगत में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार भी करता है कि भारत में मुस्लिमों को इबादत या नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं. इसके लिए पाकिस्तान न केवल मीडिया हाउसों की फंडिंग करता है, बल्कि अरब देशों को भी भारत के खिलाफ भड़काने की नाकाम कोशिशें करता है.
भारत में मुस्लिमों को इबादत की आजादी को लेकर सऊदी अरब स्थित भारतीय लेखक ज़हाक तनवीर ने इस आशय का एक ट्वीट किया कि भारत में अरब दुनिया की तरह अजान की गूंज सुनाई देती है, तो दर्जनों भारतीय मुस्लिमों ने उनकी ताईद करते हुए कहा कि भारत में मुस्लिमों को इबादत की कोई बंदिश नहीं. यह सब हमारे वतन के खिलाफ फर्जी प्रोपगंडा है.
भारतीय लेखक ज़हाक तनवीर ने ट्वीट किया है, ‘‘मैंने भारत के शहर में अजान की गूँज देखी है, जैसे किसी अरब देश में होती है. हमारे विश्वास का अभ्यास करने की स्वतंत्रता स्पष्ट है. फिर फंडिंग कौन कर रहा है और यह प्रचार चला रहा है कि ‘मुस्लिम भारत में इस्लाम का अभ्यास नहीं कर सकते?’
— Zahack Tanvir (@zahacktanvir) December 11, 2022
कबीर यूसुफ ने ज़हाक तनवीर को जवाब में लिखा, ‘‘माशा अल्लाह.’’
— Kabir Yusuf🇮🇳🇸🇦🇦🇪 (@heaven_kabir) December 11, 2022
जफरनामा ट्विटर हैंडल ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, ‘‘हमारे यहां 500 मीटर के दायरे में 10 से अधिक मंदिर हैं और निकटतम मस्जिद 2 किमी दूर है. फिर भी हम अजान सुन सकते हैं.
जब तक आप मंदिर के ठीक बाहर खड़े नहीं होंगे, तब तक आपको पता नहीं चलेगा कि मंदिर हैं. स्वतंत्रता बहुत स्पष्ट है. इसलिए भारत की छवि खराब करने के लिए प्रचार किया जा रहा है.
— Zaffar 🇮🇳 (@Zaffar_Nama) December 11, 2022
माहौल पर अपने ख्यालात का इजहार करते हुए उस्मान खान ने कहा, ‘‘इतनी सुंदर आवाज , आनंद लेते रहें .’’
— Usman Khan (@usman247) December 11, 2022
अमित चौधरी ने कहा, ‘‘लाउडस्पीकर के उपयोग से इस्लाम का अभ्यास करने का कोई लेना-देना नहीं है. लाउडस्पीकरों पर प्रतिबंध लगना चाहिए...चाहे वे किसी भी धर्म के हों.’’
— Amit Choudhary 🇮🇳 (@amit98764) December 11, 2022
पीएस बंसल ने कहा, ‘‘सर हमारे पार्क के एक कोने पर एक मस्जिद है और हम रोजाना सुबह 5 बजे अजान सुनते हैं, लेकिन पार्क हाउसिंग सोसायटियों से घिरे होने के बावजूद कोई हंगामा नहीं करता.’’
— P.S.Bansal (@PSBansal2) December 12, 2022
मलिक कदीर ने कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूँ, अगर भारतीय मुसलमान अपने देश में कानून और व्यवस्था की स्थिति से खुश हैं, तो किसी को भी उन पर उंगली उठाने का अधिकार नहीं है, जो स्वतंत्र पैदा हुए हैं.
मेरा मानना है कि लोगों को एक दूसरे के मामले में तब तक हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, जब तक कि कोई मदद न मांगे, खुश लगता है, अगर तुम आजाद हो.’’
— Malik Qadeer 🇵🇰🇿🇦 (@QadeeR313) December 11, 2022
फहद अंसारी नेपाल के लुंबिनी में रहते हैं. उन्होंने ने तनवीर की हिमायत में कहा, हम भारत की की सीमा के पास नेपाल है,यहां भी वही. लोग केवल अपने राजनीतिक उपयोग के लिए प्रचार कर रहे हैं.’’
— Fahad Ansari☝️🇳🇵 🇲🇦 (@iamfahadA) December 11, 2022
शेराज अहमद ने कहा, ‘‘बहुत-बहुत धन्यवाद मोदी जी.’’
— Sheraz Ahmed (@sheraz243) December 11, 2022