भारतीय मुस्लिमों को इबादत की पूरी आजादी, भ्रम न फैलाए पाकिस्तान : ज़हाक तनवीर

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 15-12-2022
भारतीय मुस्लिमों को इबादत की पूरी आजादी, प्रोपगंडा बर्दाश्त नहींः ज़हाक तनवीर
भारतीय मुस्लिमों को इबादत की पूरी आजादी, प्रोपगंडा बर्दाश्त नहींः ज़हाक तनवीर

 

राकेश चौरासिया / नई दिल्ली

पाकिस्तान न केवल भारत में आतंकवाद फैलाने का गुनाहगार है, बल्कि वह मुस्लिम जगत में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार भी करता है कि भारत में मुस्लिमों को इबादत या नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं. इसके लिए पाकिस्तान न केवल मीडिया हाउसों की फंडिंग करता है, बल्कि अरब देशों को भी भारत के खिलाफ भड़काने की नाकाम कोशिशें करता है.

भारत में मुस्लिमों को इबादत की आजादी को लेकर सऊदी अरब स्थित भारतीय लेखक ज़हाक तनवीर ने इस आशय का एक ट्वीट किया कि भारत में अरब दुनिया की तरह अजान की गूंज सुनाई देती है, तो दर्जनों भारतीय मुस्लिमों ने उनकी ताईद करते हुए कहा कि भारत में मुस्लिमों को इबादत की कोई बंदिश नहीं. यह सब हमारे वतन के खिलाफ फर्जी प्रोपगंडा है.

भारतीय लेखक ज़हाक तनवीर ने ट्वीट किया है, ‘‘मैंने भारत के शहर में अजान की गूँज देखी है, जैसे किसी अरब देश में होती है. हमारे विश्वास का अभ्यास करने की स्वतंत्रता स्पष्ट है. फिर फंडिंग कौन कर रहा है और यह प्रचार चला रहा है कि ‘मुस्लिम भारत में इस्लाम का अभ्यास नहीं कर सकते?’

कबीर यूसुफ ने ज़हाक तनवीर को जवाब में लिखा, ‘‘माशा अल्लाह.’’

जफरनामा ट्विटर हैंडल ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, ‘‘हमारे यहां 500 मीटर के दायरे में 10 से अधिक मंदिर हैं और निकटतम मस्जिद 2 किमी दूर है. फिर भी हम अजान सुन सकते हैं.

जब तक आप मंदिर के ठीक बाहर खड़े नहीं होंगे, तब तक आपको पता नहीं चलेगा कि मंदिर हैं. स्वतंत्रता बहुत स्पष्ट है. इसलिए भारत की छवि खराब करने के लिए प्रचार किया जा रहा है.

माहौल पर अपने ख्यालात का इजहार करते हुए उस्मान खान ने कहा, ‘‘इतनी सुंदर आवाज , आनंद लेते रहें .’’

अमित चौधरी ने कहा, ‘‘लाउडस्पीकर के उपयोग से इस्लाम का अभ्यास करने का कोई लेना-देना नहीं है. लाउडस्पीकरों पर प्रतिबंध लगना चाहिए...चाहे वे किसी भी धर्म के हों.’’

पीएस बंसल ने कहा, ‘‘सर हमारे पार्क के एक कोने पर एक मस्जिद है और हम रोजाना सुबह 5 बजे अजान सुनते हैं, लेकिन पार्क हाउसिंग सोसायटियों से घिरे होने के बावजूद कोई हंगामा नहीं करता.’’

मलिक कदीर ने कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूँ, अगर भारतीय मुसलमान अपने देश में कानून और व्यवस्था की स्थिति से खुश हैं, तो किसी को भी उन पर उंगली उठाने का अधिकार नहीं है, जो स्वतंत्र पैदा हुए हैं.

मेरा मानना है कि लोगों को एक दूसरे के मामले में तब तक हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, जब तक कि कोई मदद न मांगे, खुश लगता है, अगर तुम आजाद हो.’’

फहद अंसारी नेपाल के लुंबिनी में रहते हैं. उन्होंने ने तनवीर की हिमायत में कहा, हम भारत की की सीमा के पास नेपाल है,यहां भी वही. लोग केवल अपने राजनीतिक उपयोग के लिए प्रचार कर रहे हैं.’’

शेराज अहमद ने कहा, ‘‘बहुत-बहुत धन्यवाद मोदी जी.’’