आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
परंपरा और स्थानीय कला को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए, इंदौर के कलाकारों ने दो महीने की मेहनत से 40x40 इंच की एक विशाल स्वदेशी राखी तैयार की है. खूबसूरती से तैयार की गई यह राखी रक्षाबंधन पर प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में चढ़ाई जाएगी. शांति, समृद्धि और भाई-बहन के मज़बूत रिश्ते का प्रतीक, यह स्थानीय कारीगरी और वोकल फ़ॉर लोकल की भावना को भी बढ़ावा देती है.
त्योहार से पहले यह रचना सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बन गई है. इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 47 मिनट से दोपहर में 1 बजकर 24 मिनट तक है.
कैलेंडर के अनुसार सावन पूर्णिमा को रक्षाबंधन मनाते हैं. इस बार सावन पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2:12 पीएम से 9 अगस्त को दोपहर 1:24 पीएम तक है. इस साल रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 7 घंटे 37 मिनट का है. इस समय में बहनें अपने भाइयों को राखी बांधेंगी. इस बार सुबह से लेकर दोपहर तक राखी का मुहूर्त है, लेकिन इसके बीच में कुछ अशुभ समय भी हैं, जिनका ध्यान रखना जरूरी है. अशुभ मुहूर्त खासकर राहुकाल में राखी नहीं बांधनी है.
इस समय में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है क्योंकि उसमें बाधाएं आती हैं. पूरे दिन में कुछ समय ऐसे होते हैं, जिसमें मृत्यु के देवता यमराज, पाप ग्रह राहु, अशुभ प्रभाव देने वाली भद्रा के लिए निर्धारित होते हैं. इसमें मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है. पंचांग से जानते हैं रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त और अशुभ समय.