आवाज द वाॅयस/नई दिल्ली
अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक तनाव के बीच, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. यह बैठक ऐसे समय में हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से कच्चे तेल की खरीद जारी रखने को लेकर भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगा दिया है, जिससे अब कुल टैरिफ 50 प्रतिशत तक पहुंच गया है.
क्रेमलिन द्वारा साझा किए गए वीडियो में राष्ट्रपति पुतिन और अजित डोभाल को गर्मजोशी से हाथ मिलाते हुए देखा गया. हालांकि बैठक के विवरण सार्वजनिक नहीं किए गए.
डोभाल मंगलवार को मॉस्को पहुंचे थे, जहां उन्होंने भारत-रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी, रक्षा सहयोग और सुरक्षा मामलों पर उच्च स्तरीय वार्ता की. यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका, रूस के करीबी सहयोगियों—जिसमें भारत भी शामिल है—पर व्यापारिक दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.
गुरुवार को पुतिन से मुलाकात के बाद अजित डोभाल ने एक और बड़ी जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के वर्ष 2025 के अंत तक भारत दौरे की योजना लगभग तय हो चुकी है.
डोभाल ने कहा,“हम राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे को लेकर बेहद उत्साहित और खुश हैं। ऐसा लगता है कि तारीखें अब लगभग तय हो चुकी हैं.” उन्होंने आगे कहा,“जैसा आपने बिल्कुल सही कहा, भारत और रूस के बीच बहुत विशेष और पुराना संबंध रहा है, जिसे हम अत्यधिक महत्व देते हैं। हमारे बीच उच्च स्तरीय संवाद होते रहे हैं, और इन संवादों ने रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया है। हम इस संबंध को भविष्य में और नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
🇷🇺🇮🇳 #Russia’s President Vladimir Putin received #India’s National Security Advisor Ajit Kumar Doval at the Kremlin.#RussiaIndia#DruzhbaDosti@PMOIndia @narendramodi pic.twitter.com/d9Kx3OwyoY
— Russia in India 🇷🇺 (@RusEmbIndia) August 7, 2025
डोभाल की यह यात्रा यह संकेत देती है कि भारत वैश्विक दबावों के बावजूद अपनी स्वतंत्र विदेश नीति और रणनीतिक हितों को प्राथमिकता दे रहा है. आने वाले समय में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को एक नई दिशा दे सकती है.