श्रीनगर
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इस बीच, भारतीय सेना ने सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के की गई गोलीबारी का करारा जवाब दिया. सेना ने कहा कि उसने उचित, संतुलित और प्रभावी तरीके से पाकिस्तानी हमलों का प्रत्युत्तर दिया.
भारतीय सेना के मुताबिक, 5-6 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर जैसे संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से फायरिंग की। बयान में कहा गया है कि,"भारतीय सैनिकों ने संयम के साथ किंतु पूरी तत्परता से जवाबी कार्रवाई की."
यह लगातार 12वां दिन है जब पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया, और भारतीय सेना ने हर बार प्रभावशाली जवाब दिया है.इससे पहले भी 4-5 मई की रात को और 25-26 अप्रैल से शुरू हुई गोलीबारी की घटनाओं के जवाब में सेना पूरी चौकसी के साथ सीमा पर तैनात रही है.
इस बीच, केंद्र सरकार ने पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने के लिए कड़ा राजनयिक और सामरिक रुख अख्तियार किया है. 30 अप्रैल को भारत ने पाकिस्तान में पंजीकृत सभी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया, जिसमें सैन्य और वाणिज्यिक दोनों उड़ानें शामिल हैं.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने इसके लिए एक NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) जारी किया है, जो 23 मई तक प्रभावी रहेगा.इसके अतिरिक्त, 29 अप्रैल को भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच हॉटलाइन पर बातचीत भी हुई थी, जिसमें भारत ने सीजफायर उल्लंघन को लेकर गहरी आपत्ति जताई थी.
भारत सरकार ने साफ संकेत दिया है कि पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद और संघर्षविराम उल्लंघन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और देश की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएंगे.