आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश में नागरिक-सैन्य तैयारी अभ्यास किया, जिसका उद्देश्य सहयोग और प्रतिक्रिया क्षमताओं को मजबूत करना था। एक रक्षा अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि नामसाई जिले के लोहितपुर और निचली दिबांग घाटी जिले के रोइंग के नागरिक प्रशासन के साथ निकट समन्वय में आयोजित 'अभ्यास समन्वय' में सुरक्षा प्रबंधन, संसाधन अनुकूलन और संयुक्त परिचालन तत्परता के लिए एकीकृत दृष्टिकोण विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि इस कार्यक्रम में भारतीय सेना की स्पीयर कोर, पुलिस, अर्धसैन्य बलों, नागरिक प्रशासन और अन्य आवश्यक एजेंसियों के प्रतिनिधि विस्तृत विचार-विमर्श और व्यावहारिक समन्वय गतिविधियों के लिए एकत्रित हुए।
उन्होंने कहा कि ये सत्र तैयारियों को बढ़ाने, प्रतिक्रिया तंत्र को कारगर बनाने तथा पूरे क्षेत्र में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आयोजित किए गए थे।
उन्होंने कहा कि यह भविष्य की आकस्मिकताओं के प्रबंधन के लिए सहयोगात्मक योजना और समग्र सरकारी दृष्टिकोण के प्रति भारतीय सेना की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करता है।
रावत ने बताया, "अभ्यास समन्वय नागरिक-सैन्य एकीकरण को मजबूत करने, क्षेत्र की सुरक्षा संरचना को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।"