देश की ‘आयरन लेडी’ इंदिरा गांधी का 104वां जन्मदिन आज

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 24-11-2021
देश की ‘आयरन लेडी’ इंदिरा गांधी का 104वां जन्मदिन आज
देश की ‘आयरन लेडी’ इंदिरा गांधी का 104वां जन्मदिन आज

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली

‘आयरन लेडी’ से चर्चित इंदिरा गांधी को आज शुक्रवार को पूरा देश याद कर रहा है. आज उनका 104 वां दिन है.  प्रधानमंत्री रहते उनके कई कार्यों को आज भी देश नहीं भूला है. उन कार्यों में बांग्लादेश की स्वतंत्रता भी शामिल है.

जवाहरलाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी का जन्म 19नवंबर, 1917को इलाहाबाद में हुआ था. 31 अक्टूबर 1984 को, पंजाब के स्वर्ण मंदिर में एक सैन्य अभियान के बाद, उन्हें उनके अंगरक्षक ने गोली मार दी थी.

आज उनका यह 104 वां जन्मदिन है. वह न केवल भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी थीं, बल्कि वह खुद देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं. इंदिरा गांधी का असली नाम इंदिरा प्रिया दर्शन नेहरू था.

उन्होंने ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई की थी. भारती शांति निकेतन में ग्यारह साल की उम्र में पढ़ाई करते उन्होंने राजनीति में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी थी. इंदिरा गांधी ब्रिटेन से भारत लौटने के बाद छात्र आंदोलनों में सक्रिय हो गईं.उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए जेल में तेरह महीने बिताए. इंदिरा गांधी ने 1942में एक युवक पारसी फिरोज गांधी से शादी की.

उस समय, भारत छोड़ो आंदोलन गति प्राप्त पकड़ रहा था जिसमें उन्हें और उनके पति को भाग लेने पर गिरफ्तार किया गया था. 1947 में, उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य चुना गया. बाद में वह कांग्रेस के महिला वर्ग की अध्यक्ष, केंद्रीय चुनाव समिति और केंद्रीय संसदीय बोर्ड की सदस्य बनीं.

फरवरी 1959 में, उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया. वर्ष 1964 में, वह सूचना और प्रसारण मंत्री बनाई गई थीं. 1966 में लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु के बाद, प्रधानमंत्री चुनी गई.

कई सम्मानों से सम्मानित

इंदिरा गांधी के कई कार्य अविस्मरणीय हैं जिनके लिए उन्हें कई सम्मानों से सम्मानित किया गया है. उन्हें 1972 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. 1972 में, उन्हें एफएओ का दूसरा वार्षिक पदक, बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए मैक्सिको अकादमी पुरस्कार मिला. 1976 में, उन्हें नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा साहित्य वाचस्पति (हिंदी) पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

1953 में, इंदिरा गांधी को यूएसए (रूस) में मदर अवार्ड मिला. कूटनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए इटली ने इसाबेला डी एस्टे पुरस्कार और येल विश्वविद्यालय हॉलैंड मेमोरियल पुरस्कार से नवाजा.

इंदिरा जी की पुस्तकें

इंदिरा गांधी की प्रसिद्ध प्रकाशनों में ‘द इयर्स ऑफ चैलेंज‘ (1969-69), ‘द इयर्स ऑफ एंडेवर‘ (72 - 1969), ‘इंडिया‘ (लंदन) 1975, ‘एंडे‘ (लुसिएन) शामिल है.

इन देशों में किया भ्रमण

उन्होंने भारत और विभिन्न देशों की बड़े पैमाने पर यात्रा की थी. इंदिरा गांधी ने पड़ोसी देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, चीन, नेपाल और श्रीलंका का दौरा किया. उन्होंने फ्रांस, जर्मनी के जनवादी गणराज्य, जर्मनी के संघीय गणराज्य, गुयाना, हंगरी, ईरान, इराक और इटली.

उन्होंने अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, ब्राजील, बुल्गारिया, कनाडा, चिली, चेकोस्लोवाकिया, बोलीविया और मिस्र जैसे कई देशों का दौरा किया था. इंडोनेशिया, जापान, जमैका, केन्या सहित कई यूरोपीय, अमेरिकी, मलेशिया, मॉरीशस, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, ओमान, पोलैंड, रोमानिया, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, सीरिया, स्वीडन, तंजानिया, थाईलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो, यूएई, यूके, यूएसए, यूएसएसआर, उरुग्वे, वेनेजुएला, यूगोस्लाविया, जाम्बिया और जिम्बाब्वे भी गई थी.