भारत का भविष्य नवाचार में निवेश से तय होता है, एआई गेम चेंजर है: पीएम मोदी

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 05-03-2025
India’s future is determined by investments in innovation, AI a game changer: PM Modi
India’s future is determined by investments in innovation, AI a game changer: PM Modi

 

नई दिल्ली
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि देश का भविष्य नवाचार में निवेश से तय होता है. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) में न केवल भारत की अर्थव्यवस्था में कई लाख करोड़ रुपये का योगदान करने की क्षमता है, बल्कि लाखों नौकरियां भी पैदा करने की क्षमता है.
 
उन्होंने एआई-संचालित शिक्षा और अनुसंधान के लिए केंद्रीय बजट में 500 करोड़ रुपये के आवंटन का उल्लेख किया.
 
भारत में एआई क्षमताओं को विकसित करने के लिए एक राष्ट्रीय वृहद भाषा मॉडल स्थापित करने की योजनाओं का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने निजी क्षेत्र से इस क्षेत्र में वैश्विक वक्र से आगे रहने का आग्रह किया.
 
बजट के बाद वेबिनार के दौरान उन्होंने कहा, "दुनिया एक विश्वसनीय, सुरक्षित और लोकतांत्रिक राष्ट्र की प्रतीक्षा कर रही है, जो किफायती एआई समाधान प्रदान कर सके." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज इस क्षेत्र में किए गए निवेश से भविष्य में महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे.
 
पीएम मोदी ने कहा, "भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है." उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए इस बजट में कई उपाय पेश किए गए हैं.
 
उन्होंने शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के कॉर्पस फंड को मंजूरी दिए जाने का उल्लेख किया, जो ‘डीप टेक फंड ऑफ फंड्स’ के माध्यम से उभरते क्षेत्रों में निवेश बढ़ाएगा.
 
प्रधानमंत्री ने आईआईटी और आईआईएससी में 10,000 शोध फेलोशिप के प्रावधान का उल्लेख किया, जो शोध को बढ़ावा देगा और प्रतिभाशाली युवाओं के लिए अवसर प्रदान करेगा.
 
वेबिनार के दौरान पीएम मोदी के भाषण के दौरान नवाचार को गति देने में राष्ट्रीय भू-स्थानिक मिशन और राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन की भूमिका पर भी चर्चा की गई.
 
भारत की समृद्ध पांडुलिपि विरासत को संरक्षित करने में ज्ञान भारतम मिशन के महत्व को रेखांकित करते हुए, पीएम मोदी ने घोषणा की कि इस मिशन के तहत एक करोड़ से अधिक पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण किया जाएगा, जिससे एक राष्ट्रीय डिजिटल रिपोजिटरी का निर्माण होगा.
 
पीएम मोदी ने कहा, "यह रिपोजिटरी दुनिया भर के विद्वानों और शोधकर्ताओं को भारत के ऐतिहासिक, पारंपरिक ज्ञान और बुद्धिमत्ता तक पहुंचने में सक्षम बनाएगी."
 
प्रधानमंत्री ने भारत के पादप आनुवंशिक संसाधनों को संरक्षित करने के लिए एक राष्ट्रीय जीन बैंक की स्थापना का भी उल्लेख किया, इस पहल का उद्देश्य भविष्य की पीढ़ियों के लिए आनुवंशिक संसाधन और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है. फरवरी में भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में आईएमएफ द्वारा की गई उल्लेखनीय टिप्पणियों का हवाला देते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि 2015 से 2025 के बीच, भारत की अर्थव्यवस्था ने 66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जिससे यह 3.8 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गई है. प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह वृद्धि कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से आगे है, और वह दिन दूर नहीं जब भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा.