'Operation Sindoor' review: NSA Doval and the three army chiefs present in the meeting at Rajnath Singh's house
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति और आगे की कार्ययोजना पर अंकुश लगाने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, और सेना, नौसेना एवं वायुसेना प्रमुख मौजूद थे.
बैठक का आयोजन उसी पृष्ठभूमि में किया गया जब NSA डोभाल ने Operation Sindoor की सफलता को लेकर पाकिस्तानी दावों का खंडन करते हुए विदेशी मीडिया को “एक भी फोटो दिखाकर सत्यापित करने” की चुनौती दी थी.
इनके अनुसार, भारतीय सैन्य अड्डों को कोई क्षति नहीं पहुंची, जबकि सभी नौ लक्षित आतंकवादी कैंपों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया. यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहले की गई बैठकों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिसमें सुरक्षा नीति, सीमा स्थिति और अगली कार्रवाइयों पर विस्तार से चर्चा की जाती रही है. राजनाथ सिंह और NSA डोवाल के साथ तीनों सेवा प्रमुखों की मौजूदगी यह स्पष्ट संदेश देती है कि सरकार भारतीय सुरक्षा ढांचे को लेकर कहीं भी ढील बरतने को तैयार नहीं है.
बैठक में ज़ोर दिए गए अहम बिंदु
ऑपरेशन सिंदूर की वर्तमान उपलब्धियों और रणनीति की समीक्षा
पाकिस्तानी Ceasefire उल्लंघनों पर प्रतिक्रिया और नियंत्रण योजनाओं का खाका तैयार
अगली योजनाओं के लिए सीमा पार सुरक्षा तैयारियों का आकलन
Operation Sindoor के दौरान अर्जित ब्रहमोस मिसाइलों के उपयोग और भविष्य की ग्राहक मांग पर चर्चा
इस बैठक से यह संकेत मिलता है कि भारत एक व्यापक और रणनीतिक सुरक्षा दृष्टिकोण अपनाए हुए है, जिसमें सैन्य कार्रवाई और कूटनीतिक परतों का संतुलन शामिल है. प्रमुख रक्षा और सुरक्षा पदाधिकारियों की एक साथ उपस्थिति और प्रधानमंत्री-स्तर पर नियमित संवाद यह दर्शाते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक तत्काल प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि एक दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है.