जैसलमेर (राजस्थान)
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच गुरुवार को पाकिस्तान ने जम्मू क्षेत्र के सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया को निशाना बनाते हुए आठ मिसाइलें दागीं, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने समय रहते सफलतापूर्वक रोक लिया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इस हमले की शैली हमास द्वारा इज़राइल पर किए जाने वाले बहु-रॉकेट हमलों जैसी थी, जिससे यह आकलन और मजबूत हुआ कि पाकिस्तानी सेना अब आतंकवादी संगठनों जैसी हरकतें करने लगी है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि हाल ही में आईएसआई और हमास की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में गुप्त बैठक हुई थी, जिससे इस हमले के पीछे की साजिश और स्पष्ट हो जाती है।
गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर और राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा ने रोक लिया। इस दौरान आसमान में विस्फोटों की आवाजें और चमक देखी गईं। एहतियात के तौर पर पंजाब के जालंधर और राजस्थान के बीकानेर में पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। इसके अलावा किश्तवाड़, अखनूर, सांबा, जम्मू और अमृतसर जैसे संवेदनशील इलाकों में भी बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से रोक दी गई।
भारत ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले का जवाब 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत दिया था, जिसमें पाकिस्तान और PoJK में आतंकी ढांचों को निशाना बनाया गया। गुरुवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक मीडिया ब्रीफिंग में स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा लगातार तनाव बढ़ाने की कार्रवाई का भारत उचित, संयमित और सटीक जवाब दे रहा है।
उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य तनाव को बढ़ाना नहीं है। हमने केवल पाकिस्तान की ओर से किए गए मूल तनाव का जवाब दिया है। हमारी कार्रवाई नागरिक या सैन्य ठिकानों पर नहीं, बल्कि आतंकवादी शिविरों पर केंद्रित रही है।"
गुरुवार को हुई एक सर्वदलीय बैठक में सरकार ने बताया कि बुधवार को की गई भारतीय कार्रवाई में पाकिस्तान के भीतर 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, 7 मई की रात पाकिस्तान ने जम्मू, श्रीनगर, अमृतसर, पठानकोट, लुधियाना, भुज समेत कई शहरों में ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली और एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड ने विफल कर दिया।
हमलों के मलबे अब विभिन्न स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जिससे यह पुष्टि होती है कि हमले पाकिस्तान द्वारा किए गए थे।
भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाया गया, जिनमें लाहौर में स्थित एक प्रमुख एयर डिफेंस यूनिट भी शामिल है। भारत की प्रतिक्रिया उन्हीं क्षेत्रों और समान तीव्रता में दी गई है, जैसा कि पाकिस्तान द्वारा किया गया।
बयान में कहा गया कि पाकिस्तान ने कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में नियंत्रण रेखा पार कर अकारण मोर्टार और भारी आर्टिलरी से फायरिंग की। इन हमलों में तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित कुल 16 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई।
भारतीय सेना को भी जवाबी कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा, हालांकि सेना ने स्पष्ट किया कि वह तनाव नहीं बढ़ाना चाहती, लेकिन यदि पाकिस्तान गोलीबारी जारी रखता है तो भारत पीछे नहीं हटेगा।
PTI