नागपुर
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि 2026 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले से पहले नासिक से जुड़ने वाली सभी प्रमुख सड़कों को उन्नत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा रविवार को जारी एक बयान के अनुसार, इस संबंध में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई।
नासिक में हर 12 साल में लगने वाले इस भव्य धार्मिक आयोजन में करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए यातायात प्रबंधन और आधारभूत ढांचे के विकास को लेकर यह निर्णय लिया गया। बैठक में गडकरी ने इस उद्देश्य से प्रस्तावित सड़क परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंज़ूरी दी है।
सिंहस्थ कुंभ मेला 31 अक्टूबर, 2026 से त्र्यंबकेश्वर और रामकुंड, नासिक में ध्वजारोहण के साथ शुरू होगा और 24 जुलाई, 2028 को ध्वज अवरोहण के साथ संपन्न होगा।
श्रद्धालुओं की बढ़ती आस्था और संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय सहायता की मांग की थी। इसके बाद नागपुर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में गडकरी और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में ये फैसले लिए गए।
नासिक मुंबई, पालघर, पुणे, अहिल्यानगर, छत्रपति संभाजीनगर, धुले और गुजरात जैसे कुल आठ प्रमुख मार्गों से जुड़ा हुआ है। कुंभ मेले के दौरान इन सभी सड़कों की भूमिका अहम होगी। साथ ही नासिक के भीतर और आसपास के उन आंतरिक मार्गों को भी अपग्रेड किया जाएगा, जो राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ते हैं।
सीएमओ के अनुसार, लगभग सभी प्रस्तावित मार्गों को गडकरी ने स्वीकृति दी है, और उनके निर्माण के लिए आवश्यक धनराशि जल्द ही जारी की जाएगी।
फडणवीस ने कहा कि कुंभ के दौरान बढ़े हुए यातायात दबाव को बेहतर सड़क नेटवर्क के ज़रिए प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जाएगा और श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जाएगी।
नासिक रिंग रोड को मंजूरी मिल चुकी है, जबकि नासिक-त्र्यंबकेश्वर मार्ग को छह लेन का हाईवे बनाने का निर्णय लिया गया है।
इसके अलावा, नासिक शहर के भीतर यातायात को सुचारू रखने के लिए द्वारका सर्कल पर आधारभूत ढांचे को उन्नत किया जाएगा। मुंबई के कलंबोली जंक्शन की तर्ज पर द्वारका सर्कल को दो चरणों में विकसित किया जाएगा—पहला चरण कुंभ से पहले और दूसरा कुंभ के बाद।