नई दिल्ली/पहलगाम
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तानी सैन्य आक्रामकता को विफल करने का दावा किया है।
भारतीय वायु संचालन महानिदेशक (DGAO) की ओर से रविवार को की गई विशेष प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा कि भारत ने सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे कई पाकिस्तानी उच्च तकनीक जेट विमानों को मार गिराया, और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया।
यह सैन्य गतिविधि उस समय सामने आई जब पहलगाम में हुए आतंकवादी हमलों के बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को लक्षित कर जवाबी हवाई कार्रवाई की। एयर मार्शल भारती ने कहा,
“पाकिस्तानी विमानों को हमारी सीमा में घुसने से पहले ही रोक दिया गया। हमने कुछ विमानों को निश्चित रूप से मार गिराया है और उनकी ओर भी नुकसान पहुंचाया है।”
हालांकि, मार गिराए गए विमानों की सही संख्या और प्रकार पर उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि,
“हम यहाँ कोई अनुमान नहीं लगाना चाहेंगे। हमारे पास संख्याएं हैं और उन्हें तकनीकी तौर पर सत्यापित किया जा रहा है।”
प्रेस ब्रीफिंग से पहले कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि भारत ने एक पाकिस्तानी F-16 और दो JF-17 लड़ाकू विमानों को मार गिराया। इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान के एक AWACS (एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) विमान को भी संभावित रूप से निशाना बनाया गया। हालाँकि एयर मार्शल ने इन विशिष्ट विवरणों की पुष्टि नहीं की, लेकिन संकेत दिए कि पाकिस्तान को वायुक्षेत्र में नुकसान उठाना पड़ा।
एयर मार्शल भारती के अनुसार,
“हमारी कार्रवाई त्वरित, समन्वित और रणनीतिक रूप से संतुलित थी। हमने पाकिस्तान की सैन्य संपत्तियों – हवाई अड्डों, कमांड सेंटरों, सैन्य बुनियादी ढाँचे और वायु रक्षा प्रणालियों – को लक्षित किया।”
उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने पश्चिमी मोर्चे पर विशेष रूप से चकलाला (इस्लामाबाद) और रफ़ीकी जैसे रणनीतिक ठिकानों पर हमले किए। यह भारत की स्पष्ट चेतावनी है कि यदि सीमाओं की संप्रभुता से छेड़छाड़ होती है तो जवाब कठोर और निर्णायक होगा।
जब एयर मार्शल से पूछा गया कि मार गिराए गए विमानों का मलबा क्यों नहीं मिला, तो उन्होंने कहा कि विमानों को सीमा में घुसने से पहले ही रोका गया और संभवतः वे पाकिस्तान की सीमा में ही गिर गए। इसका सीधा संकेत यह है कि भारतीय कार्रवाई ने दुश्मन के विमानों को हवा में ही निशाना बना लिया और वे भारत की भूमि पर आने से पहले ही नष्ट हो गए।
यह बयान उस समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम समझौते की खबरें सामने आई हैं। बावजूद इसके, भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि जवाबी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा और आतंकी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।