आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पोप लियो चौहदवें ने सोमवार को जेल में बंद पत्रकारों के प्रति एकजुटता व्यक्त की और ‘‘स्वतंत्र भाषण और प्रेस के अनमोल उपहार’’ को कायम रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने 6,000 पत्रकारों के साथ बात की जो प्रथम अमेरिकी पोप के रूप में उनके चुनाव की रिपोर्टिंग करने रोम आये थे.
लियो ने आम जनता के प्रतिनिधियों के साथ अपनी पहली बैठक के लिए जैसे ही वेटिकन सभागार में प्रवेश किया वहां मौजूद लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाकर उनका स्वागत किया. पिछले सप्ताह 24 घंटे के सम्मेलन में चुने गए 69 वर्षीय ऑगस्टीनियन मिशनरी ने पत्रकारों से शांति के लिए शब्दों का प्रयोग करने, युद्ध को अस्वीकार करने तथा हाशिये पर रह रहे लोगों की आवाज बनने का आह्वान किया.
जेल में बंद पत्रकारों के प्रति एकजुटता
पोप लियो चौदहवें ने जेल में बंद पत्रकारों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि "मुझे लगता है कि हम सभी को इन पत्रकारों के प्रति एकजुट होना चाहिए. हमें उनके अधिकारों की रक्षा के लिए प्रयास करना चाहिए.
पत्रकारों की भूमिका
पोप लियो चौदहवें ने कहा है कि पत्रकार "लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं. वे जनता को सच्चाई बताने में मदद करते हैं, और उन्हें अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार होना चाहिए.
विश्व भर में पत्रकारों पर खतरा
पोप लियो चौदहवें ने कहा है कि "विश्व भर में पत्रकार विभिन्न खतरों का सामना करते हैं. उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है, उन्हें धमकाया जा सकता है, और उन्हें मारा भी जा सकता है. हमें इन खतरों को रोकने के लिए प्रयास करना चाहिए.