चंडीगढ़
हरियाणा पुलिस के अधिकारी वाई. पूरन कुमार द्वारा कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने के एक दिन बाद, उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार ने बुधवार को चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा कि पूरन की मौत उच्च पदस्थ अधिकारियों द्वारा किए गए "सुनियोजित उत्पीड़न" के कारण हुई है।
आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप
पूरन की पत्नी अमनीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए अनुरोध किया है कि रोहतक के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक अन्य उच्च अधिकारी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (SC/ST) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी (FIR) दर्ज की जाए। उन्होंने आरोपी अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग की है। हालांकि, कई बार प्रयास करने के बावजूद आरोपित अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका।
जापान दौरे से लौटीं अमनीत कुमार
वरिष्ठ नौकरशाह अमनीत कुमार मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ जापान के आधिकारिक दौरे पर थीं और पति की मृत्यु की खबर सुनकर वापस लौटीं। वाई. पूरन कुमार 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी थे और वह मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास में मृत पाए गए थे।
हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी समेत कुछ वरिष्ठ नौकरशाहों ने अमनीत कुमार के चंडीगढ़ पहुंचने पर उनसे मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
'सुसाइड नोट' में मानसिक प्रताड़ना का जिक्र
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि 52 वर्षीय कुमार ने कथित तौर पर आठ पन्नों का टाइप किया हुआ और हस्ताक्षरित 'सुसाइड नोट' छोड़ा है। सूत्रों के अनुसार, इस नोट में उन्होंने अपने करियर के दौरान आई कई समस्याओं और विभिन्न कारणों का उल्लेख किया है, जिन्होंने उन्हें यह आत्मघाती कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। नोट में पीड़ित ने विशेष रूप से कुछ अधिकारियों द्वारा उन्हें 'मानसिक प्रताड़ना' दिए जाने का जिक्र किया है।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गीता भुक्कल समेत अन्य लोग सेक्टर 24 स्थित अमनीत कुमार के सरकारी आवास पर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे।