आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली /मक्का
सऊदी अरब ने उमराह यात्रियों के लिए एक ऐतिहासिक और बेहद सराहनीय फैसला लिया है. अब सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्रालय के नए निर्देशों के अनुसार, दुनिया भर से आने वाले मुस्लिम श्रद्धालु किसी भी प्रकार के वीज़ा , चाहे वह व्यक्तिगत हो, पारिवारिक, टूरिस्ट, ट्रांजिट, वर्क वीज़ा, ई-वीज़ा या जीसीसी रेजिडेंट वीज़ा के जरिए उमराह कर सकते हैं. यह निर्णय सऊदी अरब की "विज़न 2030" नीति के तहत लिया गया है, जिसका उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और उमराह की प्रक्रिया को और अधिक सरल, सुरक्षित और सुगम बनाना है.
इस निर्णय के बाद अब ट्रांजिट यात्री, व्यापारिक उद्देश्य से यात्रा करने वाले, प्रवासी कामगार और पर्यटक सभी पवित्र स्थलों की यात्रा कर सकते हैं. यहां तक कि अगर किसी का सऊदी अरब में केवल स्टॉपओवर है, जैसे कि जेद्दाह या मदीना में कुछ घंटों की ट्रांजिट है, तब भी वे अब आसानी से उमराह कर सकते हैं. इसके लिए अलग से उमराह वीज़ा लेने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे लाखों मुसलमानों के लिए अब उमराह करना पहले से कहीं अधिक आसान हो गया है.
उमराह यात्रा को डिजिटल रूप से और सुविधाजनक बनाने के लिए सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्रालय ने ‘नुसुक उमराह’ नामक एक नया ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (umrah.nusuk.sa) लॉन्च किया है. इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से ज़ायरीन अब सीधे उमराह वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं, होटल और परिवहन की बुकिंग कर सकते हैं, व्यक्तिगत यात्रा पैकेज चुन सकते हैं और ऑनलाइन भुगतान भी कर सकते हैं.
यह प्लेटफॉर्म अब किसी एजेंट या ट्रैवल एजेंसी की आवश्यकता को समाप्त करता है और पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाता है.साथ ही, सऊदी अरब ने यह भी स्पष्ट किया है कि उमराह वीज़ा जारी करने से पहले अब होटल बुकिंग अनिवार्य कर दी गई है.
सभी अंतरराष्ट्रीय ज़ायरीन को सऊदी पर्यटन मंत्रालय द्वारा अधिकृत होटलों में ही अपनी बुकिंग करानी होगी और उसे ‘नुसुक मसार’ प्लेटफॉर्म पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से रजिस्टर कराना होगा. इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर ज़ायरीन को उसकी यात्रा के दौरान उचित और प्रमाणित ठहराव मिले और किसी भी तरह की धोखाधड़ी या असुविधा से बचाव हो सके.
स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय ने उमराह यात्रियों के लिए कुछ अनिवार्य टीकाकरण की सूची भी जारी की है. हर ज़ायरीन को यात्रा से कम से कम 10 दिन पहले मेनिन्जाइटिस का टीका लगवाना होगा, जिसमें दो विकल्प उपलब्ध हैं: Quadrivalent Polysaccharide Vaccine जो तीन वर्षों तक मान्य है और Conjugate Quadrivalent Vaccine जो पांच वर्षों तक वैध है.
इसके अलावा, छह महीने से ऊपर के सभी यात्रियों के लिए मौसमी फ्लू का टीका लगवाना भी जरूरी है, जो पिछले 12 महीनों में लिया गया हो और यात्रा से कम से कम 10 दिन पहले लगाया गया हो. UAE में रहने वाले मुस्लिम इन टीकों को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों या निजी क्लीनिकों से लगवा सकते हैं और उन्हें सलाह दी जाती है कि यात्रा से कम से कम एक महीने पहले स्वास्थ्य परामर्श अवश्य लें ताकि समय पर सभी टीकाकरण पूरे किए जा सकें.
UAE से सड़क मार्ग द्वारा उमराह यात्रा करने वालों के लिए भी नियमों में बदलाव किया गया है. जो लोग कार या बस से सऊदी अरब जाना चाहते हैं, उन्हें सऊदी अरब के आधिकारिक लैंड बॉर्डर क्रॉसिंग से ही प्रवेश करना होगा, जैसे कि अर रुकी, अल खफाजी, किंग फहद कॉज़वे, सलवा, अल बाथा, अल हदीथा, हलात अम्मार आदि। इसके लिए यात्री के पास वैध पासपोर्ट, अमीरात ID, वीज़ा और नुसुक ऐप के माध्यम से प्राप्त उमराह परमिट होना आवश्यक है.
साथ ही गाड़ी चलाने वालों के पास वैध UAE ड्राइविंग लाइसेंस और सऊदी अरब में मान्य वाहन बीमा (TPL – थर्ड पार्टी लायबिलिटी) होना अनिवार्य है, जिसे ‘मनाफिथ’ वेबसाइट या ऐप से खरीदा जा सकता है.
मदीना शरीफ में हज़रत मोहम्मद (सल्ल.) की मस्जिद में स्थित ‘अल रौदा अल शरीफा’ की ज़ियारत करने के लिए भी नुसुक ऐप का इस्तेमाल जरूरी है. इस ऐप के माध्यम से ही आप वहां के लिए समय निर्धारण कर सकते हैं. नुसुक ऐप उमराह की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बनाता है – वीज़ा से लेकर होटल, ट्रांसपोर्ट, परमिट, ज़ियारत और यहां तक कि अतिरिक्त सांस्कृतिक गतिविधियों की बुकिंग तक.
इस पूरी व्यवस्था का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दुनिया भर के मुस्लिम, विशेष रूप से खाड़ी देशों जैसे UAE के निवासी, बिना किसी अड़चन और पूरी सहजता के साथ अपने उमराह की अदायगी कर सकें. यह सऊदी अरब की ओर से “अल्लाह के मेहमानों” को दी जा रही एक अद्वितीय और आधुनिक सुविधा है, जो न केवल धार्मिक यात्रा को आसान बनाती है बल्कि इसे एक यादगार आध्यात्मिक अनुभव भी बनाती है.