कटक (ओडिशा)
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंगलवार को राज्य की कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए पुलिस प्रशासन को राज्यभर में असामाजिक और विघटनकारी तत्वों पर कड़ी नजर रखने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यह समीक्षा बैठक लोक सेवा भवन में आयोजित की गई थी। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी गई।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि,"कुछ स्वार्थी समूह ओडिशा की शांतिप्रिय छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे प्रयासों को सख्ती से रोका जाना चाहिए।"
उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने और शांति व सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कटक की स्थिति सामान्य, लेकिन सतर्कता बनाए रखने के निर्देश
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि कटक में स्थिति अब लगभग सामान्य हो चुकी है। कर्फ्यू हटा लिया गया है और इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस को संवेदनशील इलाकों में सतत गश्त जारी रखने को कहा ताकि शांति बनी रहे।
उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे“समुदायों के बीच संवाद और सामंजस्य को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न समूहों के नेताओं से निरंतर बातचीत करते रहें।”
उन्होंने कटक को "भाईचारे का शहर" बताते हुए वहां सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
बर्हामपुर के वकील की हत्या पर दुख
मुख्यमंत्री माझी ने बर्हामपुर के वकील और समाजसेवी पिताबास पांडा की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया कि"अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोर सजा सुनिश्चित की जाए।"
इस उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रकाश मिश्रा, मुख्य सचिव मनोज आहूजा, अपर मुख्य सचिव (गृह) सत्यब्रत साहू, पुलिस महानिदेशक वाई.बी. खुरानिया, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव शाश्वत मिश्रा तथा अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
पृष्ठभूमि
यह बैठक कटक में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुए पथराव और झड़पों के बाद हुई है, जिसमें दो समूहों के बीच तनाव फैल गया था। इन घटनाओं में 25 लोग घायल हुए, जिनमें 8 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई थीं, जो अब बहाल कर दी गई हैं।