तिरुवनंतपुरम
केरल में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के चलते हालात गंभीर हो गए हैं। गुरुवार को कोझिकोड जिले में भूस्खलन की घटना सामने आई, जिससे कई घरों में पानी घुस गया और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ।
राज्य के कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, वहीं कई स्थानों पर नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। विशेष रूप से कासरगोड जिले में भारी वर्षा के कारण उप्पला, मंजेश्वरम, मधुर और पुथिगे जैसी जगहों पर नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
इसी तरह, अधिकारियों ने कोझिकोड जिले में कोरापुझा और कुट्टियाडी नदियों, कन्नूर में पेरुम्बा नदी, और वायनाड में कबानी नदी के आसपास के क्षेत्रों में भी खतरे की आशंका जताते हुए चेतावनी जारी की है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' घोषित किया है। पहले इन जिलों में 'ऑरेंज अलर्ट' था, जिसे अब गंभीर हालात को देखते हुए 'रेड अलर्ट' में बदला गया है।
इसके साथ ही, त्रिशूर, पलक्कड़ और मलप्पुरम जिलों में भी 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है, जबकि पहले यहां केवल 'येलो अलर्ट' था।
आईएमडी ने आगामी दिनों के लिए भी चेतावनी जारी की है —
वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में अगले तीन दिनों तक 'रेड अलर्ट' लागू रहेगा।
कोझिकोड जिले के लिए 19 और 20 जुलाई को 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है।
मलप्पुरम में 20 जुलाई को 'रेड अलर्ट' रहेगा।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं। राहत और बचाव कार्यों के लिए आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क रखा गया है और लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।