Important meeting at Rajnath Singh's house before the monsoon session of Parliament, strategy on Operation Sindoor and 'SIR'
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
संसद के आगामी मानसून सत्र से पहले गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर केंद्र सरकार के शीर्ष मंत्रियों की एक अहम रणनीतिक बैठक आयोजित की गई। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी जैसे प्रमुख मंत्री शामिल रहे.
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक आगामी संसद सत्र की रणनीति को लेकर थी, जिसमें विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर, बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) और पहलगाम आतंकी हमले जैसे मुद्दों पर सरकार की आगामी रणनीति पर मंथन किया गया. हालांकि बैठक के एजेंडे को लेकर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया, लेकिन सत्र से पहले यह बैठक सरकार के लिए बेहद अहम मानी जा रही है.
विपक्ष की ओर से इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी जोरशोर से की जा रही है. SIR को लेकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि यह प्रक्रिया केवल भाजपा को बिहार जैसे चुनावी राज्यों में फायदा पहुंचाने के लिए शुरू की गई है। वहीं, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी विपक्ष सरकार से संसद में स्पष्टता की मांग कर रहा है.
उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर को सरकार ने एक "बड़ी कूटनीतिक और सैन्य सफलता" बताया है, जिसके तहत पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों और सैन्य सुविधाओं को भारी नुकसान पहुंचाया गया है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे ने भी सियासी गर्मी बढ़ा दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम में उन्होंने मध्यस्थता की भूमिका निभाई है. हालांकि भारत सरकार ने ट्रंप के इस दावे को खारिज कर दिया है, लेकिन विपक्ष इस पर संसद में बहस और विशेष सत्र की मांग कर रहा है.
इस पूरे घटनाक्रम के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक अलग बैठक भी शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ की है। सूत्रों की मानें तो वह संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कोई आधिकारिक बयान दे सकते हैं. माना जा रहा है कि संसद में विपक्ष की तीखी बहस और संभावित विरोध को देखते हुए सरकार पहले से ही एक ठोस जवाबी रणनीति तैयार कर रही है.
गौरतलब है कि संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होकर 21 अगस्त तक चलेगा। इससे पहले 20 जुलाई को पारंपरिक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसकी अध्यक्षता आमतौर पर राजनाथ सिंह ही करते हैं. ऐसे में यह रणनीतिक बैठक आगामी सत्र में सरकार की भूमिका और विपक्ष के हमलों से निपटने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
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