शिमला
हिमाचल प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। राज्य के 12 में से चार जिलों—बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना और सोलन—में सभी शैक्षणिक संस्थान (आवासीय विद्यालयों को छोड़कर) बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। इस बीच, 484 सड़कें, जिनमें दो राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं, यातायात के लिए बंद पड़ी हैं।
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के दो से सात जिलों के कुछ इलाकों में 30 अगस्त तक भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
रविवार रात से ही राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश का दौर जारी है। सबसे ज़्यादा सड़कें मंडी (245) और कुल्लू (102) जिलों में बंद हुई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-154ए (चंबा–पठानकोट मार्ग) और एनएच-305 (औट–सैंज मार्ग) भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं, राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) ने जानकारी दी।
बारिश के चलते 941 ट्रांसफार्मर और 95 पेयजल योजनाएँ प्रभावित हुई हैं।मॉनसून की शुरुआत 20 जून से लेकर 24 अगस्त तक राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 155 लोगों की मौत हो चुकी है और 37 लोग लापता हैं। इस दौरान प्रदेश में अब तक 77 अचानक आई बाढ़, 40 बादल फटने और 79 बड़े भूस्खलन दर्ज किए गए हैं।
SEOC के अनुसार, अब तक बारिश से हिमाचल प्रदेश को 2,348 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।