नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी मंगलवार सुबह जहरीली स्मॉग की मोटी चादर में ढकी हुई थी। सुबह 7 बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 341 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है।
पिछले दिन सोमवार की तुलना में वायु गुणवत्ता में बहुत कम सुधार देखा गया, जब सुबह 7 बजे AQI 351 रिकॉर्ड हुआ था।
CPCB के अनुसार, धौलाकुआं में AQI 365, आनंद विहार में 381, ग़ाज़ीपुर में 345 और अक्षरधाम में 381 दर्ज किया गया, सभी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में।
AQI श्रेणियां:
0-50: अच्छी
51-100: संतोषजनक
101-200: मध्यम
201-300: खराब
301-400: बहुत खराब
401-500: गंभीर
राष्ट्रीय राजधानी में खराब होती वायु गुणवत्ता के मद्देनज़र वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने 11 नवंबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) III लागू किया। इसमें निर्माण कार्यों, वाहन चलाने और औद्योगिक गतिविधियों पर सख्त प्रतिबंध शामिल हैं।
GRAP-III के तहत उपाय:
गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर रोक
BS-III पेट्रोल और BS-IV डीज़ल वाहनों पर प्रतिबंध
कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन/हाइब्रिड शिक्षा
गैर-स्वच्छ ईंधन पर चलने वाले औद्योगिक संचालन पर रोक
गैर-जरूरी डीज़ल जनरेटर सेट पर प्रतिबंध
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा सरकारों को आदेश दिया है कि वे पराली जलाने पर उठाए गए कदमों की रिपोर्ट दाखिल करें, क्योंकि यह दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का एक बड़ा कारण है।
CJI बी.आर. गवई और जस्टिस के. विनोद चंद्रन की पीठ ने कहा:
“हम पंजाब और हरियाणा से निर्देश देते हैं कि वे पराली जलाने को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की रिपोर्ट दाखिल करें।”
दिवाली के बाद से दिल्ली और एनसीआर के कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता लगातार ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणियों में बनी हुई है, जबकि GRAP स्टेज III लागू है।