भारत में गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो फरवरी में 99 प्रतिशत बढ़ा

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 12-03-2025
Gold ETF inflow in India increased by 99 percent in February
Gold ETF inflow in India increased by 99 percent in February

 

नई दिल्ली. भारत में निवेशकों की रुचि गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (गोल्ड ईटीएफ) में तेजी से बढ़ी है. फरवरी में नेट इनफ्लो में 1,979.84 करोड़ रुपये रहा है. यह जानकारी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) द्वारा बुधवार को दी गई.  

इससे पहले फरवरी 2024 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश 997.22 करोड़ रुपये था, जो कि सालाना आधार पर ईटीएफ इनफ्लो में 99 प्रतिशत की बढ़ोतरी के दिखाता है.

वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण भारत में गोल्ड ईटीएफ में नेट इनफ्लो लगातार 10वें महीने सकारात्मक रहा है.

गोल्ड की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी के कारण गोल्ड ईटीएफ का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट फरवरी के अंत में 55,677.25 करोड़ रुपये रहा है.

गोल्ड ईटीएफ का एयूएम फरवरी 2024 में 28,529.88 करोड़ रुपये था, जो कि जनवरी 2025 में 51,839.39 करोड़ रुपये था.

बाजार विश्लेषकों का मानना है कि गोल्ड ईटीएफ की बढ़ती मांग का कारण इक्विटी बाजारों में जारी गिरावट और वैश्विक अनिश्चितता है.

निवेशक गोल्ड जैसी सुरक्षित-संपत्तियों की ओर रुख कर रहे हैं, जिसने ऐतिहासिक रूप से बाजार में गिरावट के दौरान स्थिरता प्रदान की है. फरवरी में भारत में गोल्ड की कीमतों में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे यह अधिक आकर्षक निवेश विकल्प बन गया.

पूरे कैलेंडर वर्ष 2024 में भारत में गोल्ड ईटीएफ ने 11,266.11 करोड़ रुपये का कुल शुद्ध प्रवाह दर्ज किया था जो 2023 में 2,923.81 करोड़ रुपये से तीन गुना से ज्यादा अधिक है.

वैश्विक मोर्चे पर गोल्ड ईटीएफ में 2025 में लगातार दूसरे महीने मजबूत प्रवाह देखा गया.

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के अनुसार, फरवरी में दुनिया भर में गोल्ड ईटीएफ में 9.4 बिलियन डॉलर का शुद्ध प्रवाह देखा गया, जो मार्च 2022 के बाद से सबसे अधिक मासिक वृद्धि है.

गोल्ड ईटीएफ की कुल होल्डिंग में 99.9 टन की वृद्धि हुई, जिससे फरवरी के अंत तक गोल्ड ईटीएफ का वैश्विक एयूएम रिकॉर्ड 306 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया.

व्यापार तनाव और कमजोर अमेरिकी डॉलर को लेकर चिंताओं के कारण गोल्ड की वैश्विक मांग में उछाल आया है. फरवरी में डॉलर के लिहाज से गोल्ड की कीमतों में 1 प्रतिशत और भारतीय रुपये में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.