गाज़ियाबाद
उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद ज़िले में बाढ़ प्रभावित एक गांव से कम से कम 55 परिवारों को सुरक्षित निकाला गया है। अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के चलते यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके बाद यह राहत अभियान चलाया गया।
लौनी उपखंड के यमुना किनारे बसे बदरपुर गांव से परिवारों को एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीम की मदद से सुरक्षित निकाला गया। अतिरिक्त ज़िला मजिस्ट्रेट (वित्त) सौरभ भट्ट ने पीटीआई को बताया, “बचाए गए परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है, जिसमें शिशुओं के लिए दूध भी शामिल है। राहत शिविर लगाए गए हैं, हालांकि कई ग्रामीण अब भी वहां जाने से हिचक रहे हैं।”
भट्ट ने कहा कि प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता यमुना तटबंध को सुरक्षित रखना है ताकि बाढ़ का पानी अन्य गांवों तक न पहुंच सके। इसके लिए सिंचाई विभाग के अभियंताओं को तटबंध पर 24 घंटे निगरानी के लिए तैनात किया गया है।
इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में एम्बुलेंस, स्वास्थ्य विभाग की टीम और आवश्यक दवाइयाँ मुहैया कराई गई हैं। मवेशियों के लिए चारा भी बदरपुर, मिरपुर हिंदू, पचायरा, इलायची, लुत्फुल्लापुर नवादा और अलीपुर गांवों में भेजा गया है।