पटना
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से निष्कासित किए गए और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने आरोप लगाया है कि पाँच ताकतवर परिवारों ने मिलकर उनकी राजनीतिक और पारिवारिक जिंदगी बर्बाद करने की साज़िश रची।
तेज प्रताप ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा, “पांच परिवारों ने मिलकर एक बड़ी साज़िश के तहत मेरी राजनीतिक जिंदगी को खत्म करने की कोशिश की। अपने दस साल से अधिक के राजनीतिक जीवन में मैंने कभी किसी का बुरा नहीं किया और न ही किसी के खिलाफ साज़िश रची। लेकिन इन परिवारों ने मुझे पूरी तरह से राजनीतिक और पारिवारिक तौर पर खत्म करने की हर संभव कोशिश की है।”
उन्होंने ऐलान किया कि शुक्रवार को वह इन परिवारों के चेहरे और किरदार जनता के सामने लाएँगे और उनकी साज़िशों का पर्दाफाश करेंगे।
तेज प्रताप को हाल ही में राजद और परिवार से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। यह कार्रवाई तब हुई जब सोशल मीडिया पर उनकी एक महिला अनुष्का यादव के साथ तस्वीर वायरल हुई और दावा किया गया कि दोनों पिछले 12 सालों से रिश्ते में हैं। हालांकि, तेज प्रताप ने पहले इस पोस्ट से इंकार करते हुए कहा था कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हुआ था और विरोधियों ने साज़िश के तहत यह सामग्री अपलोड की है।
निष्कासन के बाद तेज प्रताप ने ‘टीम तेज प्रताप यादव’ नाम से एक नया राजनीतिक मंच बनाया और पांच छोटे दलों के साथ गठबंधन कर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र तेज प्रताप ने पूरे राज्य में प्रचार तेज कर दिया है। वे अपने विरोधियों को ‘जयचंद (गद्दार)’ कहकर निशाना बना रहे हैं और अपने छोटे भाई व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी चेतावनी दी है कि वे ऐसे गद्दारों से दूरी बनाए रखें।
तेज प्रताप की इस पोस्ट ने राज्य की सियासत में नई हलचल और जिज्ञासा पैदा कर दी है।