रामपुर. अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के प्रमुख फरहत अली खान को बापू मॉल में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मोहम्मद आजम खान और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम वाली तख्ती को तोड़ने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. फरहत अली खान ने रविवार को तख्ती को तोड़ने के लिए हथौड़े का इस्तेमाल किया.
उन्होंने कहा कि आजम खान को वोट देने का अधिकार नहीं है और प्रशासन को उनके नाम की सभी पट्टिकाएं हटा देनी चाहिए. उन्होंने मांग की कि प्रशासन आजम खान के नाम की सभी पट्टिकाओं को हटा दे और उनकी मांग पूरी नहीं होने पर खुद उन्हें तोड़ने की धमकी दी.
उन्होंने कहा, "वह आदमी जिसने लोगों के घरों को तोड़ दिया और अब उसे एक अपराधी के रूप में दोषी ठहराया गया है. आजम के नाम की तख्ती बड़ी बात है, वह देश में रहने लायक भी नहीं है. मैं मांग करता हूं कि प्रशासन राज्य से उनके सभी तख्तों को तोड़ दे वरना मैं उनमें से प्रत्येक को अपने दम पर तोड़ दूंगा." "सद्दाम और तालिबान का शासन समाप्त हो गया है और केवल राष्ट्रवाद का शासन है. केवल वे मुसलमान जो राष्ट्रवादी विचारधारा के हैं, भारत में रहेंगे. मुझमें साहस था, इसलिए मैंने पट्टिका को तोड़कर दिखाया है."
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि फरहत अली के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. एसपी ने कहा, "रामपुर में बापू मॉल का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था. उनके और आजम खान के नाम पट्टिका पर लिखे गए थे. इसे फरहत अली खान ने हथौड़े से तोड़ा है."
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